किसान भी लगा सकेंगे छन्ना मशीन
उपार्जन केन्द्रों मे गेंहू सफाई की निविदा नहीं आने पर शासन ने लिया निर्णय
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के उपार्जन केन्द्रों पर अब किसान, स्थानीय व्यापारी और एनजीओ आदि भी क्लीनर मशीन लगा सकेंगे। इसके लिये उन्हे निविदा जिला खाद्य अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करनी होगी। इसकी स्वीकृति जिला उपार्जन समिति से मिलने के उपरांत संबंधित फर्म अथवा व्यक्ति केन्द्र पर छन्ना मशीन स्थापित कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि रबी सीजन मे निर्धारित मापदण्ड एवं गुणवत्तानुसार गेहूं की खरीद सुनिश्चित करने हेतु राज्य सरकार ने प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर क्लीनर मशीने लगवाने के आदेश जारी किये थे। इसके लिये निविदायें भी आमंत्रित की गई, परंतु लोगों ने इसमे कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है, जिसकी वजह से अब किसानो, स्थानीय व्यापारियों, एनजीओ आदि के लिये भी मशीन हेतु टेण्डर भरने का रास्ता खोल दिया गया है। जानकारी के अनुसार अभी तक जिले के किसी भी उपार्जन केन्द्र मे छन्ना मशीन नहीं लग पाई है।
किसान को देना होगा शुल्क
उल्लेखनीय है कि उपार्जन केन्द्रों पर खरीदा गया अनाज सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अलावा फुड कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया को सप्लाई किया जाता है। इसके लिये केन्द्र सरकार ने फेयर एवरेज क्वालिटी तय कर रखी है। माल उस अनुसार न होने पर एफसीआई अनाज लेने मे आनाकानी करता है। इसे ध्यान मे रखते हुए मप्र सरकार ने सभी उपार्जन केन्द्रों पर छन्ना मशीन लगवाने एवं इसमे सफाई कराने के बाद ही किसानो की फसल खरीदने का निर्णय लिया है। बताया गया है कि उपार्जन केन्द्रों पर होने वाली अनाज की सफाई का शुल्क किसान को ही देना होगा।
खद ही तय करेंगे उपार्जन का समय
सरकार ने इस बार किसानो को उपार्जन की तारीख, समय व केन्द्र तय करने की छूट दी है। इस से पहले तक पंजीकृत किसानो के पास अनाज लाने का एसएमएस पहुंचता था परंतु अब ऐसा नहीं होगा। सूत्रों के मुताबिक किसान स्वयं अपनी सहूलियत के मुताबिक न सिर्फ दिनांक और समय बल्कि केन्द्र भी चुनेंगे और स्लॉट बुक करने के बाद अपनी फसल लेकर उपार्जन केन्द्र पहुंचेंगे।
दूसरे दिन भी नहीं हुआ उपार्जन
जिले मे गत 4 अप्रेल से रबी सीजन का उपार्जन प्रारंभ हो चुका है। विभाग ने बताया है कि दूसरे दिन मंगलवार को किसी भी केन्द्र पर उपार्जन नहीं हुआ है। जानकारों का मानना है कि अभी अधिकांश स्थानो पर कटाई, गहाई का कार्य ही शुरू नहीं हुआ है। इसमे करीब एक सप्ताह का समय लग सकता है, जिसके बाद ही उपार्जन कार्य मे गति आयेगी।
35 केन्द्र, 16 हजार किसान
रबी सीजन हेतु जिले मे 35 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। जिनमे पंजीकृत 16 हजार किसानो की फसल खरीदी जायेगी। उपार्जन कार्य व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने सभी स्थानो पर व्यापक इंतजाम किये गये हैं।
बीएस परिहार
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी
किसान भी लगा सकेंगे छन्ना मशीन
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