काला शनिवार ने लील ली दर्जनो जाने

देश मे अलग-अलग हादसे, 49 लोगों की मौत
 नई दिल्ली। शनिवार का दिन हादसों से भरा रहा। देश के विभिन्न राज्यों मे अलग-अलग घटनाओं के कारण दर्जनो लोगों की मौत हो गई। सबसे बड़ा हादसा बिहार के मोतिहारी जिले मे हुआ। जहां जहरीली शराब के सेवन से 22 लोगों की जान चली गई। वहीं १० से ज्यादा लोग बीमार हैं। आशंका है कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। हालांकि प्रशासन ने ६ लोगों के मौत की पुष्टि की है। लेकिन, लोगों के अनुसार तुरकौलिया, हरसिद्धी और पहाड़पुर सहित अन्य इलाकों में अभी तक संदिग्ध हालत में २२ लोगों की मौत हुई है। हालांकि पश्चिमी चंपारण डीआईजी ने फिलहाल ६ लोगों के मौत की पुष्टि की है। इस मामले में सात लोगों के हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार तुरकौलिया, हरसिद्धी और पहाड़पुर थाना में शुक्रवार को दो मौतें हुईं थी। लोगों के अनुसार इनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। हालांकि प्रशासन के लोगों की मौत का कारण डायरिया बता रहे हैं। वहीं फिर शनिवार तक २२ लोगों के मौत की खबर मिली है। वहीं दर्जन भर लोग बीमार हैं। शराब पीने के बाद लोगों को कमजोरी और दिखने में परेशानी हो रही है। मोतिहारी सदर अस्पताल में ५ लोगों को भर्ती कराया गया है। वहीं ४ लोगों को मुजफ्फरपुर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि तुरकौलिया के लक्ष्मीपुर गांव से ५ बीमार लोग अस्पताल पहुंचे हैं। इधर अस्पताल में इलाज करा रहे लक्ष्मीपुर गांव निवासी उमेश राम ने बताया कि गेंहू के कटनी के दौरान चार लोगों ने एक साथ शराब पी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में सगा भाई रामेश्वर राम की भी मौत हो गई है। वहीं तुरकौलिया के सेमना गांव निवासी इलाजरत राजेश राम ने कहा कि कल शाम में उसने शराब पी थी, कोई परेशानी नहीं है लेकिन ऐहतियात के तौर पर सदर अस्पताल में भर्ती हो गया हूं।
शुक्रवार शाम से शुरू हुआ सिलसिला
मौतें शुक्रवार को शुरू हुईं। शाम तक ८ लोगों की जान चली गई। शनिवार सुबह यह आंकड़ा बढ़ कर १६ हो गया। परिवार वालों ने ७ शवों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमॉर्टम के ही कर दिया। मठ लोहियार में पिता और बेटे की ४ घंटे के अंदर मौत हो गई। पहले नवल दास की मौत हुई, उसके बाद बेटे परमेंद्र दास की। परिजन ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया। नवल की बहू की स्थिति नाजुक है। उसका इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि उसे डायरिया हुआ है। इसी से प्रशासन परिवार में सभी को डायरिया होने की बात कह रहा है।
यूपी मे नदी मे गिरी ट्रैक्टर-ट्रॉली, 14 मरे 
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के तिलहर थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर को ग्रामीणों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली गर्रा नदी के पुल से नीचे गिर गई। ट्रॉली में महिलाओं और बच्चों समेत करीब ४० लोग सवार थे। हादसे में १४ लोगों को मौत हो गई है। २० से अधिक लोग घायल हैं। हादसा तिलहर थाना क्षेत्र के बिरङ्क्षसहपुर गांव के पास हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंच गए। घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली सवार लोग ददरौल के सुनौरा गांव के रहने वाले थे। गर्रा नदी से जल लेने थे। जानकारी के मुताबिक ददरौल के सुनौरा गांव में आकाश तिवारी के यहां कथा का आयोजन हो रहा है। गांव के कई लोग शनिवार की सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर तिलहर क्षेत्र में निगोही मार्ग पर बिरसिंहपुर गांव के पास गर्रा नदी से जल लेने आए थे। जल भरने से पहले चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली गर्रा नदी के पुल पर मोड़ रहा था। बैक करते वक्त ट्रॉली पुल से नीचे उतर गई। इसी दौरान ट्रॉली ट्रैक्टर समेत पुल से नीचे जा गिरी। घटना के वक्त ट्रॉली में महिलाएं, बच्चे समेत कई लोग सवार थे। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ट्रॉली को सीधा किया। ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया। प्रशासन ने १४ लोगों के मरने की पुष्टि की है। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों में रूपरानी पत्नी आशाराम, अमित पुत्र मुरारी, शिवानी पुत्री मुरारी, काजल पुत्री सर्वेश, छोटी बिटिया पुत्री जितेंद्र सिंह, पुष्पा पत्नी प्रमोद सिंह, कल्लू पुत्र रामचंद्र, राशन पुत्र प्रेम मोहन, रंजीत पुत्र सर्वेश, गोलू पुत्र अशोक सिंह, प्रमोद पुत्र अशोक सिंह, रोहन तिवाही पुत्र प्रेम ङ्क्षसह, शालू पुत्री विपिन सिंह तथा १४ वें मृतक का नाम पता की जानकारी अभी नहीं मिली है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाहजहांपुर में गर्रा नदी में हुए हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समूचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
बस के शॉर्टकट से 13 लोगों ने तोड़ा दम
शनिवार तड़के पुराने मुंबई-पुणे हाईवे से मुंबई की ओर जा रही गोरेगांव की बाजी प्रभु झांज टीम की बस के शॉर्टकट ने १३ लोगों की जान ले ली। २९ लोगों को एक कड़वी याद के साथ छोड़ दिया जो जीवन भर इस हादसे के भुला नहीं पाएंगे। अगर ड्राइवर शार्ट कट के चक्कर से बचता तो पुणे से बस से निकले सभी ४२ लोग सकुशल घर पहुंच जाते। बचाव दल के एक सदस्य के अनुसार जहां बस दुर्घटनाग्रस्त हुई वहां वाहनों के लिए कोई प्रवेश नहीं है। इस सड़क पर किसी भी वाहन की एंट्री नहीं है। लेकिन कई लोग शॉर्टकट के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। दरअसल बोरघाट में शिंगरोबा मंदिर के पास की इस सड़क में कई तीखे मोड़ हैं और यहाँ दुर्घटनाओं की संख्या अधिक है। इसलिए इस रास्ते को बंद कर दिया गया है। लेकिन बस के ड्राइवर ने बड़ा जोखिम उठाकर गाड़ी को यहां तक पहुंचाया और हादसा हो गया। रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने यह भी बताया कि इस जगह पर पहले भी पांच से छह हादसे हो चुके हैं, जिनमें से यह सबसे भीषण हादसा है. हादसे में १३ लोगों की मौत हो गई। कुल २९ लोग घायल हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब मुंबई के गोरेगांव से बाजी प्रभु वादक ग्रुप (झांज टीम) पुणे में एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। हादसे में मारे गए कुल १३ लोगों में से १२ की शिनाख्त हो गई है।

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