विधायक शिवनारायण सिंह ने दी विदाई, 4 फरवरी को वापस लौटेगी स्पेशल ट्रेन
बांधवभूमि, उमरिया
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत सोमवार को जिले के 300 यात्रियों का जत्था मां कामाख्या देवी के दर्शन करने स्पेशल ट्रेन द्वारा रवाना हो गया। इससे पहले बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह तथा अनविभागीय अधिकारी सिद्धार्थ पटेल ने उमरिया रेलवे स्टेशन पहुंच कर तीर्थयात्रियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा उन्हे सफल और सुखद यात्रा की शुभाकानायें दीं। इस अवसर पर एएसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया, तहसीलदार बांधवगढ़ असवनराम चिरामन, करकेली तहसीलदार आशीष चतुर्वेदी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह, नौरोजाबाद के किशन सिंह, चंदिया के आनंद श्रीवास्तव, पाली के भूपेंद्र सिंह, मानपुर के लालजी तिवारी, सीईओ जनपद पंचायत मानपुर राजेंद्र शुक्ला, सुशील मिश्रा, राकेश शर्मा, शंभूलाल खट्टर, राजेंद्र कोल, नीरज चंदानी, विनय मिश्रा, संतोष सिंह, पंकज तिवारी तथा बड़ी संख्या मे तीर्थयात्रियों के परिवार जन उपस्थित थे।
सुरक्षा व स्वास्थ्य की व्यवस्था
तीर्थदर्शन ट्रेन उमरिया से गुवहाटी के लिये 4.35 बजे रवाना हुई। जो कि यात्रियों को कामाख्या दर्शन कराने के उपरांत 4 फरवरी 2023 को वापस लौटेगी। ट्रेन मे यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष अनुरक्षक अधिकारी के रूप मे नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा एवं उनके सहयोगी, पुलिस बल तथा स्वास्थ्य की देखभाल के लिए चिकित्सक को भी भेजा गया है।
शक्तिपीठों मे से एक
कामाख्या देवी मंदिर असम के गुवहाटी शहर के पास नीलाचल पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर को प्रमुख शक्तिपीठों मे से एक माना जाता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक माता सती के योनि का भाग इस स्थान पर गिरा था। जिसके बाद इस स्थान पर मंदिर स्थापित किया गया था। इस मंदिर मे तांत्रिक अपनी सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए आते हैं। कहा जाता है कि मां कामाख्या की महिमा से ब्रह्मपुत्र नदी का पानी लाल हो जाता है।
बेटे का फर्ज निभा रही सरकार
सोमवार सुबह से ही स्टेशन पर चहलपहल शुरू हो गई थी। तीर्थयात्रा के लिये रवाना हो रहे बुजुर्गो और उनके परिजनो मे इसे लेकर काफी उत्साह था। कामाख्या दर्शन करने जा रहे 300 लोगों मे 84 साल की बुजुर्ग महिला किलिया बाई निवासी बिलासपुर, सुखबदन केवट 70 ग्राम सरसवाही, धन्नूलाल ताम्रकार 66 निवासी पनपथा, माया देवी 60 निवासी पनपथा, हीरालाल राय 62 निवासी महरोई जैसे कई उम्रदराज महिलायें तथा पुरूष शामिल थे। जिन्होने मप्र सरकार द्वारा बुजुर्गो को तीर्थ कराने के लिए संचालित की जा रही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को एक बेहतर पहल बताया। जिन्होने कहा कि उनके मन मे कई वर्षो से तीर्थ करने की इच्छा थी, परंतु पैसो के अभाव मे यह संभव नहीं हो पा रहा था। मप्र की सरकार बेटे का फर्ज निभा कर यह तमन्ना पूरी कर रही है।
कामाख्या के दर्शन करने रवाना हुए तीर्थयात्री
Advertisements
Advertisements