एयरपोर्ट के अंदर 5 हजार लोग अब भी फ्लाइट के इंतजार मे
नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 169 हो गई है। फॉक्स न्यूज के मुताबिक, इन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिक भी मारे गए हैं, वहीं 1277 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इधर, अफगानिस्तान में फिदायीन हमलों से ज्यादा लोगों में तालिबान का खौफ है। दरअसल, गुरुवार शाम 6 बजे हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद काबुल एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशें बिछी थीं। घायल इलाज के लिए पानी में पड़े तड़प रहे थे। लेकिन आज उसी नाले की तस्वीर कुछ और थी। यहां लोगों का फिर से हुजूम उमड़ा हुआ है।लोग तालिबान से इतने ज्यादा खौफजदा हैं कि वे किसी भी हाल में देश छोड़ना चाहते हैं। उन्हें न ब्लास्ट की फिक्र है और न ही अपने जान की। लोग शुक्रवार को भी हजारों की संख्या में नाले के ऊपर और नाले के अंदर खड़े होकर किसी भी तरह अपना डॉक्यूमेंट वैरिफाई करवाने में लगे हुए हैं ताकि तालिबानी हुकूमत के साए से दूर जा सकें। इस बीच, ब्लास्ट के 16 घंटे बाद यानी आज दोपहर 12 बजे से उड़ानें फिर शुरू कर दी गई हैं। यहां गुरुवार शाम को फियादीन हमले हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जो 95 अफगानी मारे गए हैं उनमें 28 तालिबानी थे, जो कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर तैनात थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है।
अमरुल्लाह सालेह का दावा- हमलावर ISIS खुरासान ग्रुप का तालिबानी से कनेक्शन
अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने कहा है, ‘हमारे पास मौजूद सबूतों से साफ पता चलता है कि IS-K के तालिबान और हक्कानी नेटवर्क से संबंध हैं। तालिबान का ISIS से लिंक होने से इनकार करना ठीक वैसा ही है जैसे पाकिस्तान क्वेटा शुरा को लेकर कहता रहा है। अब तालिबान ने भी अपने आका पाकिस्तान से ये गुर सीख लिए हैं। एयरपोर्ट पर फिर से आतंकी हमले का खतरा
फिदायीन हमलों से दहले काबुल एयरपोर्ट पर और भी आतंकी हमले हो सकते हैं। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी (ABC) के मुताबिक एयरपोर्ट के नॉर्थ गेट पर कार बम ब्लास्ट का खतरा है। ऐसे में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने नया अलर्ट जारी किया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमलावरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर मारेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- हमलावरों को छोड़ेंगे नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि अमेरिकी सैनिकों की मौत बेहद दुखद है, दूसरों की जान बचाने में अमेरिकी सैनिकों का बलिदान हम कभी भूलेंगे नहीं और न ही हमलावरों को माफ करेंगे। हम आतंकियों को ढूंढ़कर मारेंगे, सैनिकों के परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालेंगे और अपने अफगान सहयोगियों को भी बाहर निकालेंगे। हमारा मिशन जारी रहेगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फौज भी भेजेंगे।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने कहा है, ‘हमारे पास मौजूद सबूतों से साफ पता चलता है कि IS-K के तालिबान और हक्कानी नेटवर्क से संबंध हैं। तालिबान का ISIS से लिंक होने से इनकार करना ठीक वैसा ही है जैसे पाकिस्तान क्वेटा शुरा को लेकर कहता रहा है। अब तालिबान ने भी अपने आका पाकिस्तान से ये गुर सीख लिए हैं। एयरपोर्ट पर फिर से आतंकी हमले का खतरा
फिदायीन हमलों से दहले काबुल एयरपोर्ट पर और भी आतंकी हमले हो सकते हैं। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी (ABC) के मुताबिक एयरपोर्ट के नॉर्थ गेट पर कार बम ब्लास्ट का खतरा है। ऐसे में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने नया अलर्ट जारी किया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमलावरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर मारेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- हमलावरों को छोड़ेंगे नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि अमेरिकी सैनिकों की मौत बेहद दुखद है, दूसरों की जान बचाने में अमेरिकी सैनिकों का बलिदान हम कभी भूलेंगे नहीं और न ही हमलावरों को माफ करेंगे। हम आतंकियों को ढूंढ़कर मारेंगे, सैनिकों के परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालेंगे और अपने अफगान सहयोगियों को भी बाहर निकालेंगे। हमारा मिशन जारी रहेगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फौज भी भेजेंगे।
ट्रम्प की पार्टी ने कहा- बाइडेन के हाथ खून से रंगे हुए हैं
काबुल एयरपोर्ट पर धमाके के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और पूर्व प्रवक्ता डेन क्रेनशॉ ने प्रेसिडेंट बाइडेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- मिस्टर प्रेसिडेंट अब इस मामले को संभालिए जिसको आपने ही खड़ा किया है। इससे भागने की कोशिश मत कीजिए। आपके हाथ खून से रंगे हुए हैं। हम अब भी जंग के मैदान में हैं। इसे युद्ध का अंत समझने की गलती मत कीजिए। आपने दुश्मन को एक और फायदेमंद मौका दिया है।
काबुल एयरपोर्ट पर धमाके के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और पूर्व प्रवक्ता डेन क्रेनशॉ ने प्रेसिडेंट बाइडेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- मिस्टर प्रेसिडेंट अब इस मामले को संभालिए जिसको आपने ही खड़ा किया है। इससे भागने की कोशिश मत कीजिए। आपके हाथ खून से रंगे हुए हैं। हम अब भी जंग के मैदान में हैं। इसे युद्ध का अंत समझने की गलती मत कीजिए। आपने दुश्मन को एक और फायदेमंद मौका दिया है।
ISIS-K का चीफ असलम फारूकी पाकिस्तानी है
काबुल एयरपोर्ट पर फिदायीन हमले की जड़ पाकिस्तान में ही है। इन धमाकों की जिम्मेदारी ISIS खुरासान यानी ISIS-K ने ली है। इस आतंकी संगठन का चीफ है मावलावी अब्दुल्ला उर्फ असलम फारूकी। फारूकी पाकिस्तानी नागरिक है और खुरासान का चीफ बनने का सफर उसने वहीं से शुरू किया था। वह लश्कर और तहरीक जैसे प्रतिबंधित संगठनों से भी जुड़ा। ये बात उसने तब कबूल की थी, जब अफगानी एजेंसियों ने उसे अरेस्ट किया।
काबुल एयरपोर्ट पर फिदायीन हमले की जड़ पाकिस्तान में ही है। इन धमाकों की जिम्मेदारी ISIS खुरासान यानी ISIS-K ने ली है। इस आतंकी संगठन का चीफ है मावलावी अब्दुल्ला उर्फ असलम फारूकी। फारूकी पाकिस्तानी नागरिक है और खुरासान का चीफ बनने का सफर उसने वहीं से शुरू किया था। वह लश्कर और तहरीक जैसे प्रतिबंधित संगठनों से भी जुड़ा। ये बात उसने तब कबूल की थी, जब अफगानी एजेंसियों ने उसे अरेस्ट किया।
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