कांग्रेस ने फिर उठाया ‘अधीर’ सवाल- पीएम ने पहले क्यों नहीं लगवाई कोरोना वैक्सीन
नई दिल्ली। एक मार्च से देश में कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो गया है और इसकी शुरुआत सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना का टीका लगवाकर की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत बायोटेक द्वारा विकसित की गई कोवैक्सीन की खुराक ली, जिस पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी चुनावी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा ‘पीएम ने पहले वैक्सीन क्यों नहीं लगवाई, जब वैज्ञानिकों ने कह दिया कि वैक्सीन सुरक्षित है, तब जाकर लगवाई। अधीर रंजन ने आगे कहा कि पहले हमने नहीं बल्कि वैज्ञानिकों की कमिटी ने सवाल खड़े किए थे। तब क्यों नहीं लगवाया, अब लगवाया है तो स्वागत है। यही नहीं अधीर रंजन ने आगे कहा कि इसमें चुनाव को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि केरल और पुडुचेरी की नर्स और असम का गमछा, मैं तो कहता हूं कि बंगाल की गीतांजलि भी हाथ में ले लेते तो सब पूरा हो जाता। अधीर रंजन के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा
टीका लगवाकर पीएम मोदी ने विपक्ष को दिया करारा जवाब : प्रसाद
नई दिल्ली। भारत में सोमवार से कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक राजधानी दिल्ली स्थित एम्स पहुंचे और उन्होंने एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया की मौजूदगी में कोरोना का टीका लगवाया। पीएम मोदी को पुडुचेरी की नर्स पी निवेदा ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का पहला डोज लगाया।
इसके बाद विपक्ष ने तरह-तरह के सवाल किए और उन तमाम सवालों का जवाब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि सबसे पहले कोरोना योद्धाओं को टीका लगाया जाएगा और फिर हमें। कुछ लोग जो सवाल उठा रहे थे कि मोदी जी टीका कब लगवाएंगे। उन्हें आज उन्होंने जवाब दिया है। मैं भी अपनी बारी का इंतजार कर रहा हूं। हम सब मंत्रियों ने निर्णय किया है कि हम लोग पेड टीकाकरण सुविधा का लाभ लेंगे।
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि जब आज 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण की बारी आई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नेतृत्व किया। मैं विपक्ष से कहना चाहता हूं कि आपके पास चुनाव में राजनीति करने के लिए पर्याप्त अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की लड़ाई में देश एकजुट हो सकता है, तो क्या हम लोग एक नहीं हो सकते हैं?
अनिरुद्ध, ईएमएस, 01 मार्च 2021