पूरा होगा आईसीसी प्रतिनिधियों की सूची को अंतिम रूप देने का काम
नई दिल्ली। कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए चल रही कवायद के बीच पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) की ओर से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रतिनिधियों (डेलीगेट्स) की सूची को अंतिम रूप देने का काम आखिरी दौर में है। इसके अगले कुछ दिनों में पूरा होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि प्रतिनिधियों के रूप में चयनित एआईसीसी सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव होने पर बतौर मतदाता इसमें भाग लेंगे। इन सदस्यों की संख्या एक हजार से अधिक है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले सीईए ने विभिन्न प्रदेश इकाइयों की ओर से भेजी गई एआईसीसी सदस्यों की अधिकतर सूचियों का सत्यापन कर लिया है और यह प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने को बताया, ‘एआईसीसी प्रतिनिधियों की सूची को अंतिम रूप देने का काम अंतिम चरण में है। कुछ दिनों में यह पूरा हो जाएगा। इसके बाद चुनाव की तारीख और दूसरे कार्यक्रमों पर कार्य समिति फैसला करेगी।’
मिस्त्री ने कहा कि जब सूची तैयार हो जाएगी तो इस बारे में सूचित किया जाएगा। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था। इस बीच, बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों के उप चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी का सक्रिय अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठा रहे हैं।
कांग्रेस के संविधान के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष के लिए भी नामांकन पत्र भरने के बाद उसे वापस लेने के लिए सात दिनों की मोहलत दी जाती है। यदि केवल एक ही उम्मीदवार होता है तो उसे विजेता घोषित किया जाता है और वह कांग्रेस के अधिवेशन में नए अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार ग्रहण करता है। कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यकाल पांच वर्षों का होता है। यदि अध्यक्ष पद के लिए कई उम्मीदवार होते हैं, तो विजेता को कम से कम 50 फीसदी मत हासिल करने होते हैं। सीडब्ल्यूसी के पास अस्थाई अध्यक्ष चुनने की भी शक्तियां हैं। वैसे, कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा धड़ा लंबे समय से इस बात की पैरवी कर रहा है कि राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए।