कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनानें की प्रक्रिया मे तेजी लाने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये निर्देश

उमरिया। साप्ताहिक समीक्षा बैठक मे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिले मे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आम जन को दिलाने हेतु आयुष्मान कार्ड बनानें की प्रक्रिया मे तेजी लाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होने बताया कि आयुष्मान कार्ड कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से बनवाये जा सकते है। उन्होने यह भी बताया कि जिले मे गांव-गंाव मे अभियान चलाकर आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे है। आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु हितग्राही को समग्र आईडी तथा पात्रता पर्ची दिखानी होगी। आयुष्मान कार्ड बन जाने पर संबंधित परिवार की चिकित्सा पर पांच लाख रूपये तक वार्षिक व्यय शासन द्वारा वहन किया जाता है। बैठक मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजेश श्रीवास्तव सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक मे कलेक्टर ने विभिन्न विभागों से संबंधित समय सीमा के पत्रों की समीक्षा करते हुए गुणवत्ता के साथ निराकरण करानें के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने मत्स्य पालन विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशु चिकित्सा विभाग तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को कृषक उत्पादन संघ का गठन शीघ्रता के साथ कराने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने की सीएम हेल्पलाईन की विभागवार समीक्षा
उमरिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक मे विभागवार सीएम हेल्पलाईन के आवेदनों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी विभाग प्रथम स्तर पर ही शिकायतों को अटेण्ड करें तथा समाधानपूर्वक उनका निराकरण करे। शिकायतों का निराकरण संतुष्टि पूर्वक किया जाए। इसके लिए संबंधित अधिकारी शिकायतकर्ता से मोबाइल पर चर्चा अवश्य करे। बैठक मे सहकारिता विभाग, नगरीय प्रशासन, ग्रामीण विकास विभाग, भू अर्जन, संस्थागत वित्त तथा कृषि विभाग से संबंधित सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों की समीक्षा की गई। बैठक मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी, सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे।

गौशालाओं का व्यवस्थित संचालन एवं मानीटरिंग का दायित्व निभाएं संबंधित विभाग
उमरिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिले मे संचालित गौशालाओं के संचालन की समीक्षा करते हुए उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया कि उनकी मानीटरिंग हेतु एव्हीएफ ओ को प्रत्येक गौशाला के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करे, जो प्रतिदिन वाट्सअप पर गौशालाओं से संबंधित जानकारी शेयर करेंगे। उन्होने कहा कि गौशाला संचालन कार्य मे संलग्न स्व सहायता समूह की महिलाओं को पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से पशुओ के स्वास्थ्य, प्राथमिक उपचार, उनका रख रखाव तथा भोजन आदि से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाए। इसी तरह गौशालाओं के आस-पास चारा गाह विकास का कार्य किया जाए। जहां अतिक्रमण की स्थिति निर्मित हो वहां संबंधित एसडीएम तत्काल अतिक्रमण हटाएं। बैठक मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी, एसडीएम बांधवगढ नीरज खरे, एसडीएम पाली नेहा सोनी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाए, पशु चिकित्ंसक, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा, पीओ मनरेगा सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता ने बताया कि वर्तमान मे जिले में दो गौशालाएं संचालित है। 16 अन्य गौशालाओं में कार्य प्रारंभ हो चुका है । उन्होने गौशालाओं के संचालन हेतु दिए जाने वाले अनुदान का प्रस्ताव शीघ्र भेजने, बिजली, पानी, चारागाह विकास आदि से संबंधित समस्याओ का निराकरण करनें तथा गोबर से गौ काष्ठ बनाकर स्व सहायता समूह को आय मूलक गतिविधि से जोडने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

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