अधिकांश एक्जिट पोल का अनुमान, हिंसा के बीच 66 फीसदी मतदान
बेंगलुरु/नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की वोटिंग खत्म हो गई है। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, इस बार चुनाव में 70.69% वोट पड़े हैं। हालांकि वोटिंग परसेंट के आंकड़े गुरुवार सुबह तक अपडेट होंगे। वहीं पिछले 2018 विधानसभा चुनाव में 72% वोटिंग हुई थी। कर्नाटक में पहली बार 94,000 से अधिक सीनियर सिटिजन्स और दिव्यांगजनों ने घर से वोट डाला। कर्नाटक की 224 सीटों पर 2614 उम्मीदवार मैदान में हैं। वोटिंग के दौरान तीन जगह हिंसा हुई। पुलिस ने बताया कि विजयपुरा के बासवाना बागेवाड़ी तालुक में लोगों ने कुछ EVM और VVPAT मशीनों को तोड़ डाला। पोलिंग अफसरों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। यहां अफवाह उड़ी थी कि अधिकारी मशीनें बदलकर वोटिंग में गड़बड़ी कर रहे थे।दूसरी घटना पद्मनाभ विधानसभा के पपैया गार्डन पोलिंग बूथ पर हुई, जहां कुछ युवाओं ने लाठियां लेकर विरोधियों पर हमला किया। हमले में वोट डालने आईं कुछ महिलाएं भी घायल हो गईं। तीसरी घटना बेल्लारी के संजीवारायानाकोटे में हुई, जहां कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह कर्नाटक के लोगों से विशेषकर युवा और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की। इस तरह से सांप, नालायक, बजरंग दल बैन से लेकर बजरंगबली की जय और चुनाव आयोग तक पहुंचे कर्नाटक की संप्रभुता जैसे बयान वाले चुनाव में प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जमकर प्रचार किया। वहीं कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचार रही प्रियंका गांधी।
भाजपा नेताओं ने साढ़े चार सौ से ज्यादा रैलियां कीं
राज्य में ५.३१ करोड़ वोटर और २६१५ कैंडिडेट हैं। मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और छ्वष्ठस् के बीच है। नतीजे १३ मई को आएंगे। इस बार भाजपा के लिएद्ब पीएम नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने साढ़े चार सौ से ज्यादा रैलियां कीं। १०० से ज्यादा रोड शो भी किए। खुद पीएम मोदी दो दिन कर्नाटक में रूके। वहीं, राहुल, प्रियंका और सोनिया ने ३१ से ज्यादा सभाएं कीं। चुनावी कैंपेन में कांग्रेस ने भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और कमीशन पर फोकस रखा। वहीं, भाजपा ने बजरंगबली, बजरंग दल, आतंकवाद को मुद्दा बनाया। मोदी ने १९ में से १२ सभाओं में बजरंगबली का जिक्र किया।
लगे आरोप-प्रत्यारोप
मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने दावा किया है कि चित्तपुर विधानसभा के चमनूर गांव के एक पोलिंग बूथ में वोटिंग रोक दी गई है। उन्होंने कहा कि यहां के प्रिसाइडिंग ऑफिसर लोगों को भाजपा को वोट देने के लिए उकसा रहे हैं। बेंगलुरु दक्षिण से भाजपा विधायक तेजस्वी सूर्या ने कहा कि बजरंगबली की जन्मभूमि कर्नाटक १३ मई को सभी सवालों के जवाब दे देगी।
एक लोकसभा और 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
एक लोकसभा और 4 विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनाव हुए। पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट, मेघालय की सोहियोंग, UP में स्वार, छानबे और ओडिशा की झारसुगड़ा विधानसभा सीट पर वोटिंग हुई। इन चुनावों के नतीजे 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के साथ आएंगे। पंजाब: जालंधर लोकसभा सीट पर 54% वोटिंग पंजाब में जालंधर लोकसभा (आरक्षित) सीट कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद खाली हुई थी। जालंधर में 54% वोटिंग हो चुकी है। वोटिंग परसेंट के आंकड़े गुरुवार सुबह तक अपडेट होंगे। मैदान में 19 उम्मीदवार हैं, जिनमें 15 पुरुष और 4 महिलाएं हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ऑफिस ने यहां स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण वोटिंग के लिए सभी जरूरी उपाय किए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि इस संसदीय क्षेत्र में कुल 16,26,337 मतदाता हैं।
उत्तर प्रदेश: स्वार में 44.95% तो छानबे में 39.51% वोटिंग
उत्तर प्रदेश में रामपुर और छानबे विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। स्वार में 44.95% तो छानबे में 39.51% वोटिंग हुई है। वोटिंग परसेंट के आंकड़े गुरुवार सुबह तक अपडेट होंगे। स्वार सीट आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद खाली हुई थी। जबकि छानबे विधानसभा सीट अपना दल (एस) के विधायक राहुल कोल के निधन के बाद खाली हुई थी।पूरे प्रदेश की नजर रामपुर की स्वार विधानसभा सीट पर है, क्योंकि यहां आजम खान की प्रतिष्ठा दांव पर है। अब्दुल्ला आजम की विधायकी 15 साल पुराने मामले में दोषी ठहराए जाने और 2 साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद रद्द कर दी गई थी। बड़ी बात यह है कि इस बार आजम खान के परिवार का कोई भी सदस्य चुनावी मैदान में नहीं है। खुद आजम सपा की हिंदू प्रत्याशी अनुराधा चौहान के लिए ताकत लगा रहे हैं।
मेघालय: लिंगदोह के निधन से खाली हुई सोहियोंग सीट, 91.39% वोटिंग
मेघालय में सोहियोंग विधानसभा क्षेत्र में 91.39% वोटिंग हुई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफआर खारकोंगोर ने कहा कि उपचुनाव में 34,000 से अधिक मतदाताओं ने वोट डाला। इनमें 16000 से ज्यादा पुरुष हैं। वोटिंग 63 बूथ पर संपन्न हुई। जहां 300 से अधिक मतदान अधिकारी ड्यूटी कर रहे थे।फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव से पहले UDP के एचडीआर लिंगदोह का निधन हो गया था। वे सोहियोंग सीट से विधायक थे। इसके चलते ही इस सीट पर उप-चुनाव कराया जा रहा है।ओडिशा की झारसुगुड़ा सीट पर शाम पांच बजे तक 68.12% वोटिंग ओडिशा में झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए भी वोटिंग हुई। यहां 68.12% वोटिंग हुई है। वोटिंग परसेंट के आंकड़े गुरुवार सुबह तक अपडेट होंगे। कुल 253 बूथों पर वोटिंग कराई गई थी। यहां कुल 2,21,070 वोटर हैं। इनमें 1,10,320 पुरुष, 1,10,687 महिलाएं और 63 ट्रांसजेंडर हैं। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी अबोली सुनील नरवणे ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सभी 253 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जा रही है।यह सीट स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की 29 जनवरी को हुई हत्या के बाद से खाली है। मुकाबला मुख्य रूप से बीजद, भाजपा और कांग्रेस के बीच है। बीजद ने दास की बेटी दीपाली दास को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने तंकाधर त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने दिवंगत विधायक बिरेन पांडेय के बेटे तरुण पांडेय को मैदान में उतारा है। तीनों नए कैंडिडेट्स हैं। वोटों की गिनती 13 मई को होगी।