बेंगलुरू। कर्नाटक में बुधवार को वोट डाले जाएंगे। सत्ता में आने के लिए राज्य के प्रमुख राजनीतिक दल- भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। हालांकि सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। सत्ता वापसी के लिए भाजपा ने इस बार अपना पूरा दमखम दिखाया है, वहीं भाजपा को बेदखल करके सरकार बनाने का सपना संजोए कांग्रेस ने भी मतदाताओं को लुभाने की पूरी कोशिश की है। जेडीएस इस बार भी खुद को किंगमेकर मान रही है। वोटिंग से पहले यहां जानिए कर्नाटक चुनाव से जुड़ी खास बातें। कर्नाटक में फिलहाल 5.21 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 2.59 महिला मतदाता हैं। वहीं 16,976 वोटर्स ऐसे हैं, जो 100 साल से ऊपर हैं। 4,699 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं और 9.17 लाख ऐसे वोटर्स हैं जो पहली बार वोट डालेंगे। 5.55 लाख विकलांग मतदाता हैं। 224 में से 36 आदिवासी और 15 दलित समुदाय के लिए आरक्षित सीटें हैं। पहली बार कर्नाटक में 12.15 लाख 80 वर्ष से अधिक और 5.55 लाख बेंचमार्क पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए घरेलू मतदान की सुविधा होगी। 224 विधानसभा क्षेत्रों में 58,282 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की सुविधा रहेगी। 1320 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला अधिकारी करेंगी।
कांग्रेस-भाजपा में सीधा मुकाबला
कर्नाटक में इस बार का सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। दोनों पार्टियों ने सत्ता में आने के लिए अपना पूरा जोर लगाया है। लेकिन कर्नाटक का रिकॉर्ड रहा है कि यहां 38 सालों में किसी भी पार्टी की सत्ता में वापसी नहीं हुई। ऐसे में इस बार भाजपा सत्ता में वापस लौट पाएगी या नहीं, ये देखना काफी रोचक होगा। सत्ता वापसी के लिए इस बार भाजपा ने अपनी ताकत को झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। प्रचार के अंतिम दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सत्ता संभाली। जनसभाओं के साथ पीएम मोदी ने वहां 36.5 किमी का मेगा रोड शो किया। इस मेगा रोड शो के जरिए उन्होंने 17 सीटों को कवर किया।
कर्नाटक की 224 सीटों पर आज होगी वोटिंग
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