महू मे रेप, हत्या और फायरिंग पर बवाल, सड़क से सदन तक गूंजा मामला
भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू में युवती से कथित तौर पर गैंगरेप, हत्या और फायरिंग में युवक की मौत का मामला विधानसभा में उठा है। विधानसभा में प्रश्नकाल की शुरुआत के साथ ही महू में आदिवासी की हत्या का मुद्दा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने उठाया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पूरे मामले की जांच जारी है। थोड़ी देर में स्थिति साफ हो जाएगी। जबकि कमलनाथ ने मजिस्ट्रियल जांच पर ही सवाल उठाया है। उधर युवती की संदिग्ध अवस्था में मौत के बाद प्रदर्शन के दौरान पुलिस की फायरिंग में गोली लगने से 18 वर्षीय भेरूलाल की मौत हो गई। मामले में कलेक्टर इलैया राजा टी ने इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मृतक भेरूलाल के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने गांव पहुंचकर सहायता राशि का चेक परिजनों को प्रदान किया। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सदन में कहा कि पूरे मामले में 13 पुलिस के जवान घायल हुए हैं। थाना प्रभारी भी गंभीर रूप से घायल है। इसी बचाव में गोली चली है। मुख्यमंत्री शिवराज ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। पूरी घटना की सत्यता की जांच के आदेश हो गए। पूरे मामले की जांच जारी है। कमलनाथ ने कहा कि मेरे पास आंकड़े हैं। मैं ये पटल पर रख रहा हूं। मजिस्ट्रियल जांच तो होती रहती है, लेकिन कुछ नहीं होता है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आप भी घटना को गंभीर मान रहे। हम भी मान रहे। कमलनाथ ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच की समय सीमा तय करें। नरोत्तम बोले कि यह भी आप तय कर लें। कमलनाथ ने कहा कि यह दुख और शर्म की बात है। हमें नहीं आपको भी शर्म आनी चाहिए।
आदिवासी पर अत्याचार में मप्र अव्वल
कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश को 13 बार आदिवासी अत्याचार का मुकुट मिला है। 18 साल की सरकार में 13 बार मध्य प्रदेश नंबर वन आया। 5 बार ही नंबर दो पर आया है। देश में आदिवासियों पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं। मेरे पास एनसीआरबी के आंकड़े हैं। भाजपा सरकार का पर्दाफाश हुआ है। जांच दल घंटेभर में पहुंचने वाला है। नरोत्तम मिश्रा के बयान ने कहा कि इन्वेस्टिगेशन बताएगा कैसे मौत हुई है। क्या गोली भी करंट ने चलाई है। पूर्व मंत्री सचिन यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश भर में आदिवासी और दलित परिवारों की कोई चिंता नहीं कर रहा है। भाजपा सरकार में बस आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ रहा है। जो घटना हुई वो वाकई निंदनीय है। इस तरह की घटना से प्रदेश शर्मसार होता है।
कांग्रेस का वॉकआउट
प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस ने सदन में इस मुद्दे पर एक बार फिर बहस छेड़ दी। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब देते हुए कहा- शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि युवती की मौत करंट से हुई है। पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए फायरिंग की। इसमें युवक की जान चली गई। मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए दिए गए हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, पुलिस को कमर के नीचे गोली चलाने के निर्देश होते हैं, उसके सीने पर गोली मारी गई। पूर्व मंत्री और महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधो बोलीं- एफआईआर में 3 घंटे का गैप है। लाठीचार्ज कर सकते थे, सीधे गोली मार दी। गहमागहमी और हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया।
कमलनाथ ने मृतक के पिता से की फोन पर बात, हर संभव मदद का दिया आश्वासन
पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक के पिता से फोन पर बातचीत की है। इस पर जमकर सियासत भी हो रही है। कांग्रेस विधायकों की जांच दल भी परिवार से मिलने पहुंची थी। आदिवासी युवक भेरूलाल के पिता मदन से बातचीत में कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में आदिवासियों पर हमला हो रहा है, वह बहुत दुख की बात है। मैंने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया है। मैंने कांग्रेस के नेताओं को आपसे मिलने भेजा है। कमलनाथ ने कहा कि मेरे लायक जो भी मदद होगी, वह मैं करूंगा। कमलनाथ ने कहा कि 6 महीने बाद हमारी सरकार आ रही है और हम हर तरह से आपकी रक्षा करेंगे। कमलनाथ के निर्देश पर कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी, पाचेलाल मेड़ा और विक्रांत भूरिया सहित कई आदिवासी नेता मृतक के घर पहुंचे थे। जो मामले की जांच कर रहे हैं।
युवती की करंट से हुई है मौत:गृहमंत्री
सदन में संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- दो बातें सामने आ रही हैं। आरोपी यदुनंदन पाटीदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके साथ बिटिया रहती थी। पानी गर्म करने वाली रॉड से करंट लगने से युवती की मौत होने की बात सामने आई है। मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
गृहमंत्री ने चरित्र चित्रण पहले से ही कर दिया: साधौ
महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधौ बोलीं- लड़की की मां सीधे-सीधे आरोप लगा रही है कि उसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। गृहमंत्री ने लड़की का चरित्र चित्रण पहले से कर दिया कि वह लिवइन में रहती थी। मामा आदिवासियों के हितैषी बनकर ढोंग रच रहे हैं।
लटेरी कांड जैसे ही समय बढ़ा देंगे: सज्जन
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा, लटेरी कांड में जांच कमेटी बनाई, समय पूरा हो गया, फिर समय बढ़ा दिया। इस मामले में भी कमेटी बना दी, यहां भी समय बढ़ा देंगे। दोनों मृतक के परिवार को 1-1 करोड़ रुपए, सरकारी नौकरी की मांग की, तो गृहमंत्री मौनी बाबा बनकर बैठ गए।मंडला जिले के निवास से विधायक अशोक मर्सकोले ने कहा, आदिवासियों का मामला आता है, तो ऐसे दबाया क्यों जाता है। इस पूरे मामले को ढंकने की कोशिश की गई है। धार के मनावर से विधायक हीरालाल अलावा ने कहा, गोली चलाने का आदेश किसने दिया, चाहे गृहमंत्री ही क्यों न हों, उन पर कार्रवाई होना चाहिए। यह आदिवासी बर्बरता का सबसे बड़ा उदाहरण है, इसे हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।