कडक़ती ठण्ड मे भी कम नहीं हुआ राम भक्तों का उत्साह
सगरा मंदिर से निकली अक्षत कलश यात्रायें, शामिल हुए सैकड़ों श्रद्धालु
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
जैसे-जैसे देवभूमि अयोध्या मे मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का समय नजदीक आ रहा है। लोगों का उत्साह भी बढ़ता ही जा रहा है। जिले भर मे भगवान की शोभा यात्रायें निकल रही हैं। जगह-जगह हनुमान चालीसा और रामायण के पाठ हो रहे हैं। जिला मुख्यालय तो पूरी तरह से भगवा रंग मे रंग गया है। हर चौक-चौराहों, यहां तक कि सडक़ों के डिवाईडर भी बैनर, पोस्टर और झण्डों से तोप दिये गये हैं। शनिवार को दिन भर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए, ठण्ड चरम पर थी। कोहरा, शीतलहर के बीच बारिश की बौछारें होती रहीं, फिर भी रामभक्तों के उत्साह मे कोई कमी नहीं आई। नगर मे निकली अक्षत कलश यात्रा मे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। अयोध्या से आये अक्षत कलश की शोभा यात्रा सागरेश्वर धाम से प्रारंभ हो कर स्टेशन रोड, पुराना बस स्टैंड, जय स्तंभ चौक होते हुए गांधी चौक पहुंची। जहां से शांति मार्ग, राम जानकी मंदिर से यात्रा पुन: गांधी चौक मे आकर संपन्न हो गई। इस दौरान पूरा शहर प्रभु श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान होता रहा।
नागरिकों ने बरसाये फूल
यात्रा के दौरान भगवान श्रीराम, माता सीता, भाई लक्ष्मण एवं हनुमान जी के सांथ रथ पर विराजमान थे। पूरे रास्ते उन पर पुष्प वर्षा होती रही। जगह-जगह लोगों ने शोभायात्रा की आरती और पूजन किया। शहर के स्टेशन रोड, पुराना बस स्टैंड, जय स्तंभ चौक, गांधी चौक मे नागरिकों द्वारा भगवान और उनके भक्तों का अभिनंदन किया गया। यात्रा मे कई मंडलियां भी शामिल हुई, जिन्होने श्रीराम जी के भजनों का गायन किया।
नगरीय निकायों मे विशेष गतिविधियों के निर्देश
श्रीराम मंदिर अयोध्या मे भगवान के स्वरूप की प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर शासन द्वारा 14 से 22 जनवरी तक नगरीय निकायों मे विशेष गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिये गये हैं। अपर कलेक्टर शिवगोविंद सिंह मरकाम ने अधिकारियों से जिले के शहरी क्षेत्रों मे स्थित सभी मंदिरों एवं उनके आसपास के इलाकों मे स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों व युवाओं की भागीदारी से विशेष स्वच्छता अभियान संचालित करने को कहा है। उन्होने कहा कि मंदिरों मे निर्माल्य सामग्री के संग्रहण हेतु विशेष वाहन का निर्धारण कर उसका निष्पादन व्यवस्थित रूप से कपोस्टिंग हेतु करना सुनिश्चित करें। श्री मरकाम ने बताया कि 22 जनवरी को मंदिरों, पवित्र नदियों और जलाशयों पर दीपदान का आयोजन किया जायेगा। इस हेतु निर्धारित जगहों पर प्रकाश की व्यवस्था करें। सांथ ही नागरिकों की भागीदारी हेतु उन्हे आयोजन की जानकारी व आमंत्रएा दें। वार्डो मे संवाद का आयोजन करें। लोगों को अपने आवास और परिसर के समक्ष साफ -सफाई रखने तथा द्वार पर दीप प्रज्जवलन और प्रकाश के लिये प्रेरित किया जाय। निकाय स्तर पर होने वाली इन गतिविधिर्यो का पर्याप्त प्रचार प्रसार करें। इस दौरान स्थानीय कलाकारों एवं संस्थाओं के सहयोग से सार्वजनिक स्थलों, चौक, चौराहों पर श्रीराम-जानकी जी से संबंधित चित्र, शिल्प, लघु झांकी आदि का प्रदर्शन किया जाय।