एक लाख रुपये वेतन पर रखा गनर भी नहीं बचा पाया जान, मुरादाबाद में भाजपा नेता अनुज चौधरी की नृशंस हत्या
बांधवभूमि, नेटवर्क
मुरादाबाद
मुरादाबाद में भाजपा नेता एवं असमोली ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशी रहे अनुज चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें सिर, कंधे और पीठ में चार गोलियां मारी गई। घटना के समय अनुज अपने दोस्त पुनीत चौधरी के साथ सोसाइटी में ही सड़क पर टहल रहे थे, जबकि उनका गनर और स्टाफ फ्लैट में मौजूद था।
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अनुज चौधरी को पहले से आभास था कि उन पर हमला हो सकता है। इसलिए वह सुरक्षा को लेकर संजीदा रहते थे। सोसायटी से बाहर वह कभी अकेले नहीं जाते थे। सरकारी गनर मिलने के बावजूद उन्होंने निजी सुरक्षा कर्मी भी रखे थे। वह अपनी सुरक्षा में हर माह एक लाख रुपये खर्च करते थे। दोस्तों और गनर से हमेशा घिरे रहने वाले अनुज चौधरी को बेखौफ बदमाशों ने सोसायटी में उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
संभल के अलिया नेकपुर निवासी अनुज चौधरी प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार करते थे। प्रॉपर्टी को लेकर कई लोगों से उनका विवाद चल रहा था। इसके अलावा उन्होंने असमोली ब्लॉक पर प्रमुख पद का चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे थे। वर्तमान ब्लॉक प्रमुख के पति प्रभाकर चौधरी उसके बेटे अनिकेत चौधरी से सीधे तौर पर दुश्मनी चल रही थी।
चुनाव के वक्त दोनों प्रत्याशी के समर्थकों में कई बार टकराव हुआ था। इसके बाद अनुज की सुरक्षा में तीन पुलिस कर्मी लगा दिए थे। चुनाव संपन्न होने के बाद अनुज की सुरक्षा से दो पुलिस कर्मी हटा दिए गए थे। इसके बाद एक पुलिस कर्मी ही सुरक्षा में लगा था। इसके बावजूद उन्होंने अपनी सुरक्षा में दो निजी सुरक्षा कर्मी और अपने दोस्तों की पूरी फौज साथ लगा रखी थी।
बताया जा रहा है कि अनुज सुरक्षा कर्मियों पर एक लाख रुपये खर्च करते थे। इसके अलावा दोस्तों का भी वह पूरा ध्यान रखते थे। सोसायटी से बाहर जाने पर एक गाड़ी आगे और एक गाड़ी पीछे चलती थी जबकि अनुज की गाड़ी बीच में चलती थी। केवल शाम को ही वह अपने दोस्त के साथ घूमने निकलते थे। हत्यारोपियों ने इसकी पूरी रेकी की थी। वह जैसे ही अपने फ्लैट से नीचे उतरे। बदमाशों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
हत्या के बाद सोसायटी में महिलाओं ने किया हंगामा, तैनात करने पड़ी पुलिस
सोसायटी में हत्या के बाद लोग दहशत में आ गए हैं। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो महिलाएं फ्लैटों से बाहर निकल आईं। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। महिलाओं का कहना है कि सोसाइटी में ऐसी घटनाएं होंगी तो बाहर कैसे सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने गेटों पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर आरोप लगाया कि वह हमेशा मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। बाहरी लोगों से कोई टोका टाकी नहीं की जाती है। किसी परिवार का कोई रिश्तेदार आता है तो उन्हें गेट पर रोक दिया जाता है। लोगों के गुस्से को देखते हुए अधिकारियों ने वहां एक दरोगा और चार पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया है।
दोनों गेटों के कैमरे खराब, साजिश का हिस्सा तो नहीं
सोसायटी में एंट्री और एक्जिट के लिए दो गेट हैं। गेट नंबर दो हाईवे की ओर से आता है जबकि गेट नंबर एक नया मुरादाबाद की ओर जाता है। इस गेट से निकलने पर सुनसान क्षेत्र है। दूर कोई आवास नहीं है। घटना के बाद पुलिस ने गेटों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो पता चला कि कैमरे कई दिन से खराब है। अब पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं कैमरों का अचानक खराब होना साजिश का हिस्सा तो नहीं था। हलांकि एक कैमरे में यह पूरी घटना रिकार्ड हो गई। पुलिस घटना के समय तैनात रहे तीनों गार्डाें से पूछताछ कर रही है। डीआईजी भी मौके पर पहुंचे, एसएसपी से जानी घटना डीआईजी मुनिराज जी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने एसएसपी हेमराज मीना से एक एक पहलू पर बात की।
बवाल की आशंका में बुलाई गई छह थानों की फोर्स
अनुज चौधरी की हत्या की जानकारी मिलने पर आस पड़ोस के कई गांवों के लोग मौके पर पहुंच गए थे। इनके अलावा भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। अस्पताल के बाहर भीड़ जमा होने पर अधिकारियों ने मझोला, पाकबड़ा, कटघर, कोतवाली , गलशहीद और सिविल लाइंस थाने की पुलिस मौके पर बुला ली गई थी।