शहडोल। रजिस्ट्री की कापी देने के बदले शहडोल में पदस्थ उपपंजीयक जय सिंह सिकरवार को एक लाख रुपए रिश्ववत लेते हुए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (इओडब्ल्यू) रीवा की टीम ने मंगलवार की शाम रंगेहाथ पकड़ा है।अपने अधीनस्थ कर्मचारी दिवाकर द्विवेदी के माध्यम से उप पंजीयक ने रिश्वत लिया था । इओडब्ल्यू टीम के निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि राजेश मिश्रा ने शिकायत किया था कि उप पंजीयक रजिस्ट्री की कापी के बदले एक लाख रुपये रिश्वत मांग रहे हैं।शिकायत की पुष्टि कर अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद मंगलवार की दोपहर कार्यालयीन समय पर उपपंजीयक कार्यालय में दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ा गया है।नोटो की गिनती कराने के बाद वैधानिक प्रक्रिया से पुष्टि कराई गई। उपपंजीयक के अधीनस्थ कर्मचारी दिवाकर द्विवेदी के हाथ से पैसा जब्त किया और जिन रजिस्ट्री के बदले रिश्वत ली जा रही थी,उनके दस्तावेज उप पंजीयक के पास से जब्त किए गए है। यह प्रमाणित हो गया है कि उपपंजीय रिश्चत ले रहे थे।अब आगे की जांच चलेगी और वैधानिक कार्यवाही होगी।उपनिरीक्षक ने बताया कि 100 रजिस्ट्री की कापी के बदले एक लाख रिश्वत ली गई थी। यह कार्यवाही शहडोल के सोहागपुर तहसील परिसर मेें स्थित पंजीयक कार्यालय में की गई है।15 सदस्यीय टीम ने कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच कार्यवाही की है।
यातायात प्रभारी ज्योति शिकरवार के पति हैं उपपंजीयक
मालूम हो कि रिश्चत लेते पकड़े गए उप पंजीयक जय सिंह शहर यातायात थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार के पति हैं।इनके खिलाफ लगातार शिकायतें हो रही थी, लेकिन राजनीतिक संरक्षण और जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते बच रहे थे। जय सिंह के पास इस समय दो कार्यालयों जयसिंहनगर और शहडोल सोहागपुर का प्रभार था। रजिस्ट्री के मामलों इनके कार्यकाल में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थी।
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