P जैन को ट्रैक करते-करते पुष्पराज की जगह पीयूष जैन के घर पहुंच गई इनकम टैक्स की टीम
कन्नौज। इन दिनों पीयूष जैन का नाम हर किसी की जुबान पर है। इस इत्र कारोबारी के कानपुर-कन्नौज के घर पर 194 करोड़ कैश, 64 किलो सोना, 600 लीटर चंदन के तेल जैसी तमाम चीजें बरामद हुई हैं, लेकिन पीयूष जैन तक आखिर इनकम टैक्स की टीम कैसे पहुंची, ये कहानी बहुत ही रोचक है। इनकम टैक्स टीम ने छापे के लिए सबसे पहले P की-वर्ड को ट्रेस किया। ये P की-वर्ड पी जैन के लिए था। और दोनों पी का सरनेम भी जैन था। दरअसल, कन्नौज में पी. जैन नाम के दो इत्र कारोबारी हैं। इनमें से पहले पी. जैन का पूरा नाम पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन हैं, जो सपा के MLC हैं। दूसरा पी. जैन पीयूष जैन है। जो इस अकूत संपत्ति का मालिक है। इनकम टैक्स की टीम पहले पी. जैन के यहां रेड डालने निकली थी, लेकिन पहुंच गई दूसरे पी. जैन के यहां। टीम की इसी एक गलती ने देश के सबसे बड़ी रेड को उजागर कर दिया।
23 दिसंबर को पीयूष जैन के यहां छापेमारी
कानपुर में पीयूष जैन के घर 23 दिसंबर को DGGI (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस) और इनकम टैक्स ने छापा मारा। यहां अकूत संपत्ति मिलने के बाद पीयूष जैन के कन्नौज स्थित घर पर भी छापेमारी हुई। कई दिनों तक चली कार्रवाई में दोनों घरों से कुल 194 करोड़ रुपए कैश और 23 किलो सोना, 600 लीटर चंदन का तेल मिला।जांच में पता चला कि ये घर कन्नौज के एक इत्र कारोबारी पी. जैन का है। फिर खबरें सामने आईं कि ये वही पी. जैन है, जिन्होंने सपा इत्र बनाया था। लेकिन बाद में बात गलत निकली कि ये पीयूष जैन है, जो सपा का नेता नहीं है।
पीयूष जैन का सपा से नहीं है संबंध
इत्र बनाने वाले पी. जैन के पहले नाम का पहला अक्षर पी. और सरनेम जैन है। दोनों कन्नौज में एक ही गली में रहते हैं। लेकिन, जिस जैन के घर छापा पड़ा वो सपा इत्र बनाने वाले नहीं थे। इनका नाम पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी था। लेकिन, जिस पी. जैन के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ा, वो पीयूष जैन हैं। सपा का इत्र बनाने वाले से पीयूष जैन का कोई लेना देना नहीं है।पीयूष जैन के कानपुर वाले घर से मिले रुपए को गिनने के लिए 13 मशीनें मंगाई गई थीं।
इत्र बनाने वाले पी. जैन के पहले नाम का पहला अक्षर पी. और सरनेम जैन है। दोनों कन्नौज में एक ही गली में रहते हैं। लेकिन, जिस जैन के घर छापा पड़ा वो सपा इत्र बनाने वाले नहीं थे। इनका नाम पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी था। लेकिन, जिस पी. जैन के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ा, वो पीयूष जैन हैं। सपा का इत्र बनाने वाले से पीयूष जैन का कोई लेना देना नहीं है।पीयूष जैन के कानपुर वाले घर से मिले रुपए को गिनने के लिए 13 मशीनें मंगाई गई थीं।
पीएम बोले- सपा ने यूपी में भ्रष्टाचार का इत्र छिड़का था
छापेमारी के बीच 28 दिसंबर को पीएम मोदी ने कानपुर में ही थे। यहां उन्होंने सपा पर निशाना साधा। बोले- जिन्होंने यूपी में भ्रष्टाचार का इत्र छिड़का था, आज वह सभी के सामने हैं। अब वे लोग क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
छापेमारी के बीच 28 दिसंबर को पीएम मोदी ने कानपुर में ही थे। यहां उन्होंने सपा पर निशाना साधा। बोले- जिन्होंने यूपी में भ्रष्टाचार का इत्र छिड़का था, आज वह सभी के सामने हैं। अब वे लोग क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
अखिलेश का पलटवार- BJP ने अपनों पर डलवाया छापा
पी. जैन के घर छापा पड़ने के बाद 28 दिसंबर को ही उन्नाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने BJP पर पलटवार किया। बोले- BJP का असली निशाना पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन थे। हमारे एमएलसी पुष्पराज जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र बनाया था। BJP ने अपने पीयूष जैन के घर छापा डलवाया।
पी. जैन के घर छापा पड़ने के बाद 28 दिसंबर को ही उन्नाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने BJP पर पलटवार किया। बोले- BJP का असली निशाना पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन थे। हमारे एमएलसी पुष्पराज जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र बनाया था। BJP ने अपने पीयूष जैन के घर छापा डलवाया।
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