पार्टनरशिप लॉन्च प्रोग्राम मे मोदी-मैक्रों के अलावा रतन टाटा रहे मौजूद
नई दिल्ली।एअर इंडिया ने मंगलवार को फ्रेंच कंपनी एयरबस से 250 एयरक्राफ्ट खरीदने की डील साइन की। टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बताया- डील में 40 वाइड बॉडी A350 एयरक्राफ्ट और 210 नैरोबॉडी सिंगल-आइजल A320 नियोस एयरक्राफ्ट शामिल हैं। यह दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा एविएशन डील है।एअर इंडिया-एयरबस पार्टनरशिप के लॉन्च प्रोग्राम में इसकी घोषणा की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और रतन टाटा भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने डील को लेकर कहा- यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के बीच गहरे होते संबंधों के साथ-साथ भारत के सिविल एविएशन सेक्टर की सक्सेस को दिखाता है।भारत के ‘मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के तहत एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग में कई नए अवसर खुल रहे हैं। कार्यक्रम में एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया, एअर इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कैंपबेल विल्सन और एयरबस के CEO गिलाउमे फाउरी भी डील के दौरान दौरान मौजूद रहे।इधर, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने भी इस डील पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा- इस समझौते से ब्रिटेन को भी फायदा होगा। बता दें कि एयरबस के विमान के इंजन ब्रिटिश कंपनी रोल्स-रॉयस बनाती है। रोल्स-रॉयस विमान इंजन बनाने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
470 विमान खरीदने की तैयारी
पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में कहा गया था- एअर इंडिया, एयरबस और बोइंग से 470 एयरक्राफ्ट खरीदेगी। एअर इंडिया ने फ्रांस की कंपनी एयरबस के साथ 250 विमान खरीदने का सौदा पक्का कर लिया है। इसके अलावा बोइंग से 220 विमानों की डील होनी अभी बाकी है। ये डील 34 अरब डॉलर की होगी। वहीं 70 और विमान लेने पर यह डील 45.9 अरब डॉलर की हो जाएगी।
पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में कहा गया था- एअर इंडिया, एयरबस और बोइंग से 470 एयरक्राफ्ट खरीदेगी। एअर इंडिया ने फ्रांस की कंपनी एयरबस के साथ 250 विमान खरीदने का सौदा पक्का कर लिया है। इसके अलावा बोइंग से 220 विमानों की डील होनी अभी बाकी है। ये डील 34 अरब डॉलर की होगी। वहीं 70 और विमान लेने पर यह डील 45.9 अरब डॉलर की हो जाएगी।
एयरबस का इंडियन मार्केट में दबदबा
इंडियन मार्केट में एयरबस का दबदबा है। भारत के सिविल एविएशन मार्केट का लीडर इंडिगो एयरबस के A320 का दुनिया का सबसे बड़ा कस्टमर है। भारत में नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट का इतना बड़ा ऑर्डर मिलना बोइंग के लिए भी अहम है। एअर इंडिया की बोइंग और एयरबस के साथ इस डील को ‘मदर ऑफ ऑल एविएशन डील’ कहा जा रहा है।
इंडियन मार्केट में एयरबस का दबदबा है। भारत के सिविल एविएशन मार्केट का लीडर इंडिगो एयरबस के A320 का दुनिया का सबसे बड़ा कस्टमर है। भारत में नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट का इतना बड़ा ऑर्डर मिलना बोइंग के लिए भी अहम है। एअर इंडिया की बोइंग और एयरबस के साथ इस डील को ‘मदर ऑफ ऑल एविएशन डील’ कहा जा रहा है।
इंडिगो को टक्कर देगी एअर इंडिया
नैरोबॉडी प्लेन से एअर इंडिया 4-5 घंटे वाले शॉर्ट-हॉल डेस्टिनेशन सर्विस दे सकेगी। इससे वो इंडिगो को कड़ी टक्कर दे पाएगी, जिसका वर्तमान में 50% से ज्यादा के डोमेस्टिक मार्केट पर कब्जा है। वहीं वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट टाटा को उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में अपने फुटप्रिंट बढ़ाने में मदद करेगा। एयर इंडिया के FY24 के आखिर तक लगभग 50 विमान बेड़े में जोड़ेगा। इससे उसकी कैपेसिटी करीब 50% बढ़ जाएगी।
नैरोबॉडी प्लेन से एअर इंडिया 4-5 घंटे वाले शॉर्ट-हॉल डेस्टिनेशन सर्विस दे सकेगी। इससे वो इंडिगो को कड़ी टक्कर दे पाएगी, जिसका वर्तमान में 50% से ज्यादा के डोमेस्टिक मार्केट पर कब्जा है। वहीं वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट टाटा को उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में अपने फुटप्रिंट बढ़ाने में मदद करेगा। एयर इंडिया के FY24 के आखिर तक लगभग 50 विमान बेड़े में जोड़ेगा। इससे उसकी कैपेसिटी करीब 50% बढ़ जाएगी।
5 साल में 30% मार्केट शेयर का टारगेट
पिछले साल की शुरुआत में एअर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से टाटा ग्रुप अपनी फ्लीट में सुधार के लिए एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर्स के साथ बातचीत में लगा है। बीते दिनों एअर इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कैंपबेल विल्सन ने कहा था कि एअर इंडिया अगले 5 साल में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों रूट पर मार्केट शेयर को 30% तक बढ़ाना चाहती है।सरकारी कंपनी एअर इंडिया 27 जनवरी 2022 से प्राइवेट हो गई। टाटा ने 18000 करोड़ रुपए में इसे टेकओवर कर लिया था। एविएशन मार्केट की बात करें तो भारत का एविएशन मार्केट दुनिया का तीसरा बड़ा बाजार है। अगले 10 साल में इसके दोगुना होने की उम्मीद है।
पिछले साल की शुरुआत में एअर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से टाटा ग्रुप अपनी फ्लीट में सुधार के लिए एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर्स के साथ बातचीत में लगा है। बीते दिनों एअर इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कैंपबेल विल्सन ने कहा था कि एअर इंडिया अगले 5 साल में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों रूट पर मार्केट शेयर को 30% तक बढ़ाना चाहती है।सरकारी कंपनी एअर इंडिया 27 जनवरी 2022 से प्राइवेट हो गई। टाटा ने 18000 करोड़ रुपए में इसे टेकओवर कर लिया था। एविएशन मार्केट की बात करें तो भारत का एविएशन मार्केट दुनिया का तीसरा बड़ा बाजार है। अगले 10 साल में इसके दोगुना होने की उम्मीद है।
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