शहडोल/सोनू खान।अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ के ग्राम कालाडीह में उल्टी दस्त से 3 महिलाओ की मौत तो वही फूड पॉयजनिंग का शिकार हुए 20 का राजेन्द्रग्राम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। बैगा समुदाय जो हैजा जैसे गभीर महामारी के चपेट में आ गया है इस महामारी का प्रकोप इतना भयंकर है की पुरे गांव को इसने अपने आगोश में ले लिया है । अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत महोरा के कालाडाही गांव नव वर्ष के शुभारम्भ में कालाडाही के बैगा समुदाय के लिए काल साबित हुआ, 1 जनवरी की शाम तक हैजा महामारी की चपेट में पूरा गांव आ गया , उल्टी दस्त के कारण तीन महिलाओं ने दम तोड़ दिया। उल्टी दस्त की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने त्वरित सभी बीमारों को दमेहडी स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जहाँ से अधिक गंभीर हालत में 20 लोगों को राजेन्द्रग्राम चिकित्सालय लाया गया। जहाँ 3 जनवरी को भी सभी का इलाज जारी है। मामले की जानकारी लगते ही हैजा का शिकार हुए ग्रामीणों को नजदीकी स्वास्थ केंद्र दमेहड़ी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया और स्थित सही नहीं होता देख दमेहड़ी स्वास्थ केंद्र से सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पुष्पराजगढ़ में मरीजों को रेफेर कर दिया गया।जानकारी के अनुसार महोरा ग्राम पंचायत के ग्राम कालाडीह में 40 बैगा परिवार निवासरत हैं। एक जनवरी, शनिवार को उल्टी दस्त से झिंगिया बाई ( 35),पति सोन गोबली बाई पति राजदा( 32) एवं भागवती पति रतन बैगा (40) की मौत हो गयी। पंचायत सचिव संजय ने सभी बीमारों को आनन फानन दमेहडी चिकित्सालय में उपचार के लिये भर्ती करवाया। सूचना मिलते स्वास्थ्य चिकित्सीय दल के साथ गाँव में पहुँच गए हैं। दमेहडी से गंभीर 20 लोगों को राजेन्द्रग्राम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लाया गया। जबकि अन्य सभी का इलाज दमेहडी में जारी है। घटना के बारे में जानकारी मिल रही है कि कुछ कार्यक्रम में खाने के बाद लोग बीमार पड़ना शुरू हो गए प्रशासन और स्वास्थ्य अमला कारणों के तह तक पहुंचने और सभी बीमारों को इलाज प्रदान करने में जुटा हुआ है।
इनका कहना है
वही इस पूरे मामले में स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग का पूरा अमला बीमारों के इलाज में लगा हुआ है कार्यक्रम के दौरान खाने के बाद लोग बीमार पड़े हैं उसी गांव में कल एक विशेष कैम्प लगाया जा रहा हैं।
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