लखनऊ। यूपी विधानसभा के सात चरणों का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के बाद अब मतगणना की बारी है। मतों की गिनती कल गुरुवार सुबह आठ बजे से प्रारम्भ होगी। माना जा रहा है कि उसके एक घण्टे बाद नौ बजे से रुझान मिलने शुरु हो जायेंगी। वहीं शाम तक यह भी तय हो जायेगा कि उप्र में किसकी ताजपोशी होगी। मतगणना के दौरान और उसके बाद कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। वहीं निर्वाचन आयोग ने विजय जुलूस निकालने पर पाबंदी लगा दी है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है। योगी सरकार का कार्यकाल 15 मार्च को समाप्त हो रहा है। राज्य में 403 सीटों पर मतदान हुए हैं। अब तक के रुझानों से मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ही दिख रहा है। भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है। वहीं सपा की तरफ से अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया गया है। निर्वाचन आयोग ने यूपी में सात चरणों में मतदान कराया। इस दौरान औसत मतदान 60.63 प्रतिशत हुआ। इसमें करीब एक प्रतिशत की बढ़ोत्तरी पोस्टल बैलट व सर्विस वोटरों के मत जुड़ने से होने की उम्मीद है। वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव में 61.24 प्रतिशत वोट पड़े थे। मतदान के लिहाज से शुरुआत के चार चरण बहुत अच्छे रहे। तो वहीं आखिरी के तीन चरणों में कम मतदान हुआ। उप्र विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 62.43 प्रतिशत, दूसरे में 64.66, तीसरे में 62.28, चैथे में 62.76, पांचवे में 58.35, छठे में 56.43 तथा सातवें और अंतिम चरण में 57.53 फीसदी मतदान हुआ है।
सात चरणों में मतदान की प्रक्रिया सकुशल संपन्न कराने के बाद अब निर्वाचन आयोग चुनाव आयोग ने प्रदेश में मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। भारी संख्या में सुरक्षाबलों को लगाया गया है ताकि किसी तरह की दिक्कत न हो। मतगणना स्थल पर रिटर्निंग आफिसर के अलावा चुनाव में खड़े प्रत्याशी, इलेक्शन एजेंट, काउंटिंग एजेंट भी रहेंगे। इसकी वीडियोग्राफी भी होगी। सबसे पहले मतगणना केंद्र पर पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे। पोस्टल बैलेट सर्विस वोटर तथा चुनाव में लगे कर्मियों के होते हैं। इसके आधे घंटे बाद ईवीएम खुलना शुरू होते है। पोस्टल बैलेट भी अब ईवीएम के साथ काउंटिंग टेबल पर पहुंच जाते हैं। एक बार में अधिकतम 14 ईवीएम की गिनती होती है। मतगणना में तीन तरह से हुई वोटिंग की गिनती की जाएगी। एक ईवीएम में अधिकतम 3840 मतों को रिकॉर्ड किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर मतगणना को लेकर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त प्रत्येक जिले में किए गए हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक 10 मार्च को मतगणना के लिए 250 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके अलावा 61 कंपनी पीएसी, 625 राजपत्रित पुलिस अधिकारी, 1807 निरीक्षक, 9598 उपनिरीक्षक, 11627 मुख्य आरक्षी व 48649 आरक्षी चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहेंगे। 36 कंपनी केंद्रीय बल ईवीएम की सुरक्षा में तथा 214 कंपनी केंद्रीय बल मतगणना व कानून-व्यवस्था की ड्यूटी में मुस्तैद रहेगा। सभी जोन, रेंज व जिले के पुलिस अधिकारियों को मतगणना स्थल व उसके आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर कड़े निर्देश दिये गये हैं। साथ ही सभी संवेदनशील क्षेत्रों में भी अतिरिक्त पुलिस बल मुस्तैद रहेगा। मतगणना के बाद कहीं भी विजय जुलूस न निकाले जाने को लेकर भी कड़े निर्देश दिये गये हैं। कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों से पूरी सख्ती से निपटे जाने के निर्देश दिये गये हैं।
उप्र विस चुनाव-मतगणना आज, तय होगा किसकी होगी ताजपोशी
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