विधानसभा चुनाव: चार राज्यों मे भाजपा की सत्ता, कांग्रेस से छिटक कर आप के हाथ पहुंचा पंजाब
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड समेत 5 राज्यों में सरकार का फैसला हो गया है। भाजपा पंजाब को छोड़कर बाकी राज्यों में सरकार बनाएगी। वहीं, पंजाब में आम आदमी पार्टी बंपर जीत के साथ सत्ता में पहुंची है। चुनाव में राजनीतिक दलों के दिग्गज अपनी सीट हार गए हैं। यूपी में एक बार फिर ऐतिहासिक जीत के साथ योगी राज वापस लौटा है। सपा को हालांकि 2017 के मुकाबले काफी ज्यादा सीटें मिली हैं लेकिन सरकार बनाने का सपना एक बार फिर धराशायी हो गया।
पूर्व सीएम अमरिंदर, चन्नी, सिद्धू और रावत सहित अनेक दिग्गज हारे
उत्तराखंड की बात करें तो कांग्रेस के सीएम फेस हरीश रावत चुनाव हार गए। उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कांग्रेस प्रतिद्वंदी भुवन चंद्र कापड़ी से चुनाव हार गए। पंजाब में बड़ा उलटफेर करते हुए आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही है। आप के सीएम फेस भगवंत मान धुरी विधानसभा सीट से जीत चुके हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी की बुरी दशा हुई है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों से चुनाव हार गए। वहीं, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी अपनी सीट हार गए। अकाली परिवार ने भी इस चुनाव में बुरी हार का सामना किया है। पार्टी के दोनों दिग्गज प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल अपनी सीटें हार गए। यहां कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी पटियाल सीट से हार का सामना करना पड़ा।
उत्तराखंड में टूटी सरकार बदलने वाली परंपरा
उत्तराखंड में अलग राज्य बनने के बाद पांच साल कांग्रेस और पांच साल भाजपा सरकार रहने की परंपरा भी टूटी है। प्रदेश में पहली बार भाजपा की सरकार रिपीट हो रही है। 2017 के चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद पांच साल में भाजपा ने तीन सीएम बदले। सबसे पहले केंद्रीय नेतृत्व ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम बनाया गया, लेकिन उनकी कार्यशैली से कार्यकर्ताओं और विधायकों में नाराजगी बढ़ती चली गई। चार साल बाद त्रिवेंद्र को हटाकर तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया। तीरथ की बयानबाजियों ने पार्टी को असहज स्थिति में ला खड़ा किया। संगठन के फीडबैक के आधार पर भाजपा ने तीसरी बार रिस्क लिया। दूसरी बार विधायक बने युवा नेता पुष्कर सिंह धामी को चुनाव से आठ माह पहले सीएम बनाया गया। धामी ने सक्रियता दिखाई, जिससे भाजपा चुनाव जीत गई। पर सीएम धामी खुद चुनाव हार गए। अयोध्या की तीन पर भाजपा और 2 पर सपा की जीत हुई है। राम मंदिर वाली अयोध्या सीट से भाजपा के वेद प्रकाश गुप्ता 20 हजार वोटों से जीते हैं। रुदौली से भाजपा के रामचंद्र यादव जीते, उन्होंने सपा के आनंदसेन यादव को 5 हजार वोटों से हराया। बीकापुर से भाजपा के अमित सिंह चौहान जीते, उन्होंने सपा के फिरोज खान गब्बर को हराया है। मिल्कीपुर से सपा के अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की है, उन्होंने भाजपा के बाबा गोरखनाथ को 12 हजार वोटों से हराया है। गोसाईगंज से सपा के अभय सिंह लगभग 12000 वोटों से जीत दर्ज की है।
लखीमपुर में सभी सीटें भाजपा ने जीतीं
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के लिए राहत भरी खबर है कि उनके गृह जनपद लखीमपुर खीरी की सभी आठों विधानसभा सीटों पर भाजपा ने दोबारा कब्जा कर लिया है। सभी सीटों पर भाजपा की जीत से उनका कद बढ़ेगा। जिन ब्राह्मण वोटरों को साधने के लिए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिली थी अब खुलकर आगे बढ़ सकेंगे।
दिग्गजों के किले ध्वस्त
चुनाव से पहले अखिलेश का हाथ थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिल नगर में हार गए। मंत्री सतीश द्विवेदी इटवा सीट नहीं जीत पाए। कैराना में भी भाजपा को हार मिली, यहां सपा के नाहिद हसन जीते। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू भी हार गए।
मणिपुर में डिप्टी सीएम हारे
मणिपुर में जनता दल (यूनाइटेड) ने 5 सीट जीतकर सभी को चौंका दिया है। उधर, मणिपुर की यूरिपोक सीट पर बड़ा उलटफेर हो गया है। यहां भाजपा के रघुमणि सिंह ने एनपीपी के दिग्गज नेता व राज्य के मौजूदा उप मुख्यमंत्री यू. जॉयकुमार सिंह को 909 वोटों से हरा दिया है।
गोवा में पहली बार आप की एंट्री, 2 सीटें जीती
देश के सबसे छोटे राÓय गोवा में भाजपा का सरकार बनाना लगभग तय है। वह 20 सीटें जीती है और बहुमत से महज एक सीट पीछे रही है। उसे निर्दलियों का समर्थन भी मिल गया है। उधर, आम आदमी पार्टी को पहली बार विधानसभा में एंट्री मिली है। उसके दो उम्मीदवार जीत गए हैं, लेकिन पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जिस अमित पालेकर को सीएम का चेहरा बनाया था वे ही चुनाव हार गए हैं।
पिता भाजपा को सत्ता में लाए, बेटा निर्दलीय लड़कर हार गया
पणजी सीट से भाजपा के दिवंगत नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर मैदान में थे। भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वे निर्दलीय ही मैदान में उतर गए। उनके सामने भाजपा के अतानासियो मोनसेराटे और कांग्रेस के एल्विस गोम्स थे। उत्पल की वजह से ही अब यह मुकाबला त्रिकोणीय हो गया, लेकिन मोनसेराटे ने उन्हें 710 वोटों से हरा दिया।
राजभवन की जगह शहीद भगत सिंह के गांव में लेंगे शपथ
पंजाब में आम आदमी पार्टी बंपर जीत की ओर से बढ़ रही है। आप नेता भगवंत मान राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। पंजाब समेत पांच राज्यों में चल रही वोटों की गिनती के बीच भगवंत मान ने कहा कि वो राजभवन की जगह शहीद भगत सिंह के गांव में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ-साथ उन्होंने सीएम ऑफिस में अपने पहले काम के बारे में बताते हुए कहा कि वो सबसे पहले बेरोजगारी पर काम करेंगे। आम आदमी पार्टी के पंजाब चुनाव परिणाम 2022 में जीत के बाद, अपने घर की छत से अपना विजय भाषण देते हुए, मान ने कहा कि राज्य के किसी भी सरकारी कार्यालय में पंजाब के सीएम की तस्वीर की जगह शहीद भगत सिंह और डॉ बीआर अम्बेडकर की फोटो लगेगी। उन्होंने कहा कि वह राजभवन या किसी विशेष समारोह में शपथ लेने के पहले के चलन के बजाय वो शहीद भगत सिंह के जन्म स्थान खटकर कलां में शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि अब सरकार चंडीगढ़ दफ्तरों में बैठने की बजाय गांवों से चलाई जाएगी। यूक्रेन संकट को लेकर उन्होंने कहा कि देखिए हमारे छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे हैं। उन्होंने कहा मेरी सरकार पहले बेरोजगारी की समस्या का समाधान करेगी। मान ने अपने विजय भाषण में कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि युवाओं को विदेश नहीं जाना पड़े… एक महीने के भीतर, आप बदलाव देखेंगे। अपनी मां बलवंत कौर के साथ, मान ने विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा मेरे और केजरीवाल के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, व्यक्तिगत टिप्पणी करने वालों को जनता ने दंडित किया है। मान ने विपक्षी नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा बड़ा बादल हार गया।