मोहर्रम पर नहीं निकली सवारी, बाबा हुजूर ने इमाम बाड़ा मे ही लिया सजदा
उमरिया। मातमी पर्व मोहर्रम पर कोरोना महामारी के संक्रमण का असर साफ दिखाई दिया। सरकार और जिला प्रशासन द्वारा जारी गाईड लाईन के कारण वर्षो बाद बाबा हुजूर की सवारी सड़कों पर नहीं निकली। इमाम बाड़ा मे ही सजदा लेने के बाद वे रूखसत हो गये। इस दौरान अपनी तकरीर मे उन्होने मुल्क और जिलेवासियों के सलामती की दुआ मांगी और कहा कि ऊपर वाले की रहमत हमेशा यहां के लोगों पर बरसती रही है। महामारियां और मुसीबतें आती रहती हैं, ऐसे समय मे इंसान को सब्र से काम लेना चाहिये। सभी लोग एक हो कर इंसानियत के लिये काम करें और ईश्वर के बताये हुए रास्ते पर चलें। बताया गया है कि सवारी आने के पहले इमाम बाड़ा के सारे दरवाजे बंद कर दिये गये। कुछ चुनिंदा लोगों को छोड़ कर अंदर और किसी को भी आने की इजाजत नहीं थी। सायं करीब 4.15 बजे बाबा हुजूर की आमद हुई। जिसके बाद पारंपरिक रस्मों पूरा किया गया। चंद मिनट तकरीर के बाद करीब 4.30 बजे वे रवाना हो गये।
200 साल पुरानी परंपरा
गौरतलब है कि मोहर्रम पर उमरिया वाले बाबा की सवारी आने का सिलसिला करीब 200 से ज्यादा साल पुराना है। इस दौरान मोहर्रम पर बड़ी शान से उनकी सवारी निकलती है। उनकी मतवाली चाल का दीदार करने और दुआओं से मालामाल होने लाखों की तादाद मे लोग दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं। इस दौरान मुरादगाह मे बाबा हुजूर जायरीनो को मुराद भी बक्शते हें। शहर की जामा मस्जिद के बाद गांधी चौराहा से सवारी कर्बला शरीफ मे आती है परंतु इस बार ऐसा नहीं हो सका।
शहर मे की गई नाकाबंदी
मोहर्रम पर होने वाले कार्यक्रम मे लोगों को जाने से रोकने के लिये पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था की थी। ग्रामीण अंचलों से आने वाले सभी मार्गो के अलावा नगरीय क्षेत्रों और बाजार के बीच भी कई स्थानो पर नाकाबंदी की गई। सभी जगह पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था, जो मुख्य इलाके मे प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति और वाहनो को वहीं से वापस कर दे रहे थे। किसी भी स्थिति से निपटने के लिये अतिरिक्त बल और वाहनो की व्यवस्था भी की गई थी।
कलेक्टर, एसपी लेते रहे जायजा
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव एवं पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल द्वारा लगातार भ्रमण कर शांति और कानून व्यवस्था का जायजा लेते रहे। वहीं मातमी त्यौहार पर सोशल डिस्टेन्सिंग आदि गाईडलाईन का पालन कराने बड़ी संख्या मे पुलिस, राजस्व तथा नगर पालिका का अमला मुस्तैद रहा।