आ ही गई तीसरी लहर

संक्रमण की रफ्तार पहली और दूसरी से तेज, 3 दिन मे ही केस डबल
भोपाल। मध्यप्रदेश के 28 जिलों में कोराेना फैल गया है। तीसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार पहली और दूसरी लहर की तुलना में काफी तेज है। पिछले तीन दिनों में ही केस डबल हो गए हैं। पिछले दो दिनों में प्रदेश में नए केस में 50% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि मार्च 2021 में आई दूसरी लहर के शुरुआती दिनों में यह बढ़ोतरी सिर्फ 25% थी। पहली लहर में यह और कम थी। 26 दिसंबर को प्रदेश में 30 नए केस आए थे। इसके बाद 30 दिसंबर को केस बढ़कर 77 पहुंच गए। अब रविवार को नए केस 168 पहुंच गए हैं। मार्च 2021 में दूसरी लहर की शुरुआत में कोरोना केस को डबल होने में 10 से 13 दिन का समय लग रहा था। 1 मार्च 2021 को 336 केस आए। 13 मार्च को नए केस डबल होकर 675 पहुंचे। पहली लहर की शुरुआत में रफ्तार कम थी। सबसे ज्यादा केस इंदौर में 80, भोपाल में 59, ग्वालियर में 6, सागर और खरगोन में 5-5, बालाघाट व बैतूल में 2-2 मरीज मिले हैं। इसके अलावा विदिशा, उज्जैन, शिवपुरी, श्योपुर, खंडवा, जबलपुर, होशंगाबाद, छिदंवाड़ा, दतिया में 1-1 केस मिला है। प्रदेश के 28 जिलों में एक्टिव केस 647 हैं। मध्यप्रदेश में 32 दिन में 1072 नए मरीज मिले हैं। इसमें इंदौर में सबसे ज्यादा 519 और भोपाल में 320 संक्रमित मिले हैं। भोपाल में 145 और इंदौर में 349 एक्टिव केस हैं।प्रदेश में अब तक 7 लाख 94 हजार 250 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 7 लाख 83 हजार 70 मरीज ठीक हो चुके है। कोरोना के कारण अब तक 10 हजार 533 लोग अपनी जान गवा चुके हैं। शनिवार को 18 मरीज ठीक हुए।
6 जिलों में 10 से ज्यादा एक्टिव केस
विदिशा (2), उज्जैन (27), सिंगरौली (1), शिवपुरी (1), श्योपुर (1), शहडोल (5), सागर (8), रीवा (1), रतलाम (5), राजगढ़ (1), नीमच (3), नरसिंहपुर (5), मंदसौर (1), खरगोन (14), खंडवा (4), झाबुआ (4), जबलपुर (29), इंदौर (349), होशंगाबाद (5), ग्वालियर (14), धार (3), दतिया (6), छिंदवाड़ा (2), भोपाल (145), बैतूल (4), बालाघाट (4), बड़वानी (2), अलीराजपुर (1)।
CM शिवराज की चेतावनी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश में कोरोना एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है। रविवार को जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक में उन्होंने कहा- कोरोना के केस अब तेजी से बढ़ना शुरू हो गए हैं। हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं। कोरोना की दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में केस बढ़ने का ट्रेंड दिख रहा है। इससे निपटने की तैयारी रखें। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि दवा-इंजेक्शन का कम से कम एक माह का स्टॉक हर जिले में रहना चाहिए। हर जिले में फीवर क्लीनिक फिर से शुरू करें और जिला स्तर के अलावा हर ब्लॉक में कोविड केयर सेंटर बनाएं। उन्होंने कोरोना के सैंपल टेस्ट बढ़ाने के साथ यह भी कहा कि सैंपल रिपोर्ट 24 घंटे में आए, यह सुनिश्चित किया जाए। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तीन माह के लिए ( 1 जनवरी से 31 मार्च 2022 तक) प्राइवेट अस्पतालों से मुख्यमंत्री उपचार योजना के तहत अनुबंध करें। कोविड कमांड व कंट्रोल सेंटर हर जिले में शुरू किए जाएं। शिवराज ने यह भी कहा कि जिला, वार्ड और ब्लॉक लेबल पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को सक्रिय होना पड़ेगा। जिला स्तरीय कोविड केयर सेंटर अनिवार्य रूप से प्रारंभ करें। प्रभारी मंत्री, कलेक्टर, सांसद व विधायक इसे गंभीरता से लें। अब सैंपल टेस्ट के लिए हर जिले को टारगेट के अनुरूप काम करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सोमवार 3 जनवरी को शुरू हो रहे बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर कहा कि सरकार का टारगेट 15 जनवरी तक प्रदेश के 15 से 18 साल तक के आयु वर्ग के 48 लाख को वैक्सीन लगाने का है। जानकारों से मिल रही जानकारी के मुताबिक तीसरी लहर में कोरोना ज्यादा घातक नहीं होगा, लेकिन तेजी से फैलेगा। ऐसे में अधिकांश पॉजिटिव मरीज का इलाज घर पर ही होगा। होम आइसोलेट वाले मरीजों को मोबाइल कोविड टीम दवा पहुंचाएगी। इससे पहले स्वाथ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सामने कोरोना की वर्तमान स्थिति और सरकार की तैयारी को लेकर एक वर्चुअली प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि देश में एक्टिव केस 6 दिन में दो गुना हो गए हैं। महाराष्ट्र व कोलकाता में केस तेजी से बढ़ रहे हैं। अभी तक प्रदेश में रोजाना 62 हजार टेस्टिंग हो रही थी, इसे 1 जनवरी से बढ़ाकर 75 हजार कर दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में भौतिक सुनवाई बंद
तीसरी लहर व ओमिक्रॉन के बढ़ते खौफ के बीच सुप्रीम कोर्ट ने 3 जनवरी से भौतिक सुनवाई बंद करने का फैसला किया है। अभी दो सप्ताह के लिए यह फैसला किया गया है। सोमवार से शीर्ष अदालत में वर्चुअल सुनवाई ही होगी। शीर्ष कोर्ट ने पिछले साल एक अक्तूबर से ही भौतिक सुनवाई फिर शुरू की थी। करीब तीन माह बाद फिर कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर फिजिकल सुनवाई स्थगित करने का फैसला किया गया है। इससे पूर्व मार्च 2020 से अक्तूबर 2021 तक सुप्रीम कोर्ट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही सुनवाई कर रही थी।सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी सर्कूलर में कहा गया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट (COVID-19) के बढ़ते मामलों को देखते हुए 7 अक्तूबर 2021 को जारी भौतिक सुनवाई की संशोधित मानक संचालन प्रक्रिया की अधिसूचना दो सप्ताह के लिए स्थगित रहेगी। 3 जनवरी से आगामी दो सप्ताह तक सभी सुनवाई केवल वर्चुअल माध्यम के माध्यम से ही होगी। देश में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा संक्रामक है। इस कारण देश में चिंता का माहौल है। डेल्टा वैरिएंट भी अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके कारण ही देश में खतरनाक दूसरी लहर आई थी। अप्रैल-मई 2021 में लाखों लोगों की मौत हो गई और देश में भयावह हालात बन गए थे।
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