जम्मू के पुंछ मे हुई घटना, शोपियां और राजौरी मे भी मुठभेड़ शुरू
नई दिल्ली। जम्मू संभाग में पुंछ जिले के सुरनकोट क्षेत्र में रविवार देर रात हुई मुठभेड़ में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। क्षेत्र में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच अभी मुठभेड़ जारी है। शहीदों में पंजाब के तीन जवान शामिल हैं। इसके अलावा सोमवार शाम को राजौरी में भी सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। सेना को रविवार देर रात इनपुट मिला कि सुरनकोट में आतंकी मौजूद हैं। इसके बाद सैन्य टुकड़ी ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। लेकिन मौसम बाधक बन गया, जिसके बाद तड़के सुरक्षाबलों ने फिर से अभियान शुरू किया। इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलाबारी शुरू कर दी। गोलाबारी में एक जीसीओ और चार जवान शहीद हो गए। शहीद होने वालों में पंजाब के कपूरथला जिला के माना तलवंडी निवासी सूबेदार जसङ्क्षवदर ङ्क्षसह, जिला गुरदासपुर के सिरहा में चल्हा निवासी मनदीप ङ्क्षसह, रोपड़ जिला के पंचरंदा गांव निवासी सिपाही गज्जन ङ्क्षसह, शाहजहांपुर जिला के बंडा थाना क्षेत्र के अख्त्यारपुर निवासी सारज ङ्क्षसह और केरल के कोल्लम जिला के कुडवट्टूर पोस्ट के ओडनवट्टम गांव निवासी वैसाख एच हैं।
पुलिस और राजनीतिक लोगों पर क्यों बढ़े हमले
सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक आतंक के खिलाफ लड़ाई में जम्मू कश्मीर पुलिस रीढ़ की हड्डी है। जम्मू कश्मीर पुलिस में काम करने वाले मुलाजिम आम कश्मीरी ही होते हैं, उन्हीं के बीच रहते हैं। इसलिए आतंकी संगठनों को लगता है कि जम्मू कश्मीर पुलिस पर हमला करना सबसे कारगर साबित होगा। इसलिए पिछले दिनों में हमने जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों की हत्याओं की खबरें सुनी हैं। वो भी इसी रणनीति के तहत किया गया है। दूसरी तरफ बीजेपी के कार्यकर्ताओं, लोकल बॉडी से जुड़े लोगों की हत्याएं भी हो रही हैं। आतंकी संगठन ये मैसेज देना चाहते हैं कि आॢटकल ३७० हटाए जाने के बाद कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियों में लोग हिस्सा नहीं ले रहे हैं। ऐसे में जो लोग भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं या फिर बीजेपी का हिस्सा बन रहे हैं, उन पर जानलेवा हमले हो रहे हैं।
साल की सबसे बड़ी घटना
आईबी (अंतरराष्ट्रीय सीमा) और एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर संघर्षविराम का उल्लंघन तो नहीं, लेकिन पाकिस्तान आतंकियों को कश्मीर घाटी में घुसपैठ कराने की हर चाल चल रहा है। सीमा पार आतंकी लांन्च पैड सक्रिय हैं। यह साल की सबसे बड़ी घटना है। यहीं से रविवार देर रात आतंकी पुंछ के सुरनकोट में दाखिल हुए। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में एक जेसीओ समेत सेना के ५ जवान शहीद हो गए हैं।