आग से जला महज एक फीसद जंगल

आग से जला महज एक फीसद जंगल
मंत्री शाह ने आंकड़ों मे समझाई बांधवगढ़ मे हुई नुकसानी की कहानी
उमरिया। प्रदेश के वनमंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा है कि आग से बांधवगढ़ नेशनल पार्क को बेहद कम नुकसान हुआ है। बकौल मंत्री यह नुकसान महज एक फीसद है। उन्होने दावा किया कि जिला प्रशासन, वन अमले, ग्रामीणों और वन समितियों के सहयोग से आग पर 24 से 48 घंटों के भीतर ही काबू पा लिया गया गया। वहीं घटना के पीछे महुआ बीनने वाले ग्रामीणों का हांथ होने की बात कही, सांथ ही बताया कि जंगल की सूखी और अनुपयोगी लकडिय़ों के कारण आग तेजी से भड़क उठी। मंत्री श्री शाह ने कल कलेक्ट्रेट सभागार मे पत्रकारों से चर्चा करते हुए उक्त जानकारी दी। इस अवसर पर पार्क के क्षेत्र संचालक विन्सेंट रहीम, वन संरक्षक शहडोल, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, वन मण्डलाधिकारी मोहित सूद उपस्थित थे।
भ्रमण कर लिया जायजा
गौरतलब है कि बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे बीते 28 मार्च को आग लग गई थी। खितौली परिक्षेत्र से फैलते हुए आग ने मगधी, धमोखर और ताला कोर को अपनी गिरफ्त मे ले लिया। जिसे बुझाने मे उद्यान प्रबंधन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। वन मंत्री ने कहा कि उन्होने स्वयं पार्क का भ्रमण कर नुकसान का जायजा लिया है, जिसमे पाया कि मात्र एक प्रतिशत अर्थात 16 वर्ग किलोमीटर जंगल ही इससे प्रभावित हुआ है।
महुआ बीनना अपराध
उन्होंने कहा कि कोर एरिया में वनोपज एवं महुआ संकलन की छूट नही है, यह अपराध की श्रेणी मे आता है। हलांकि वन ग्राम के लोगों की आजीविका इस पर निर्भर है, इसलिए इस मामले मे ज्यादा कड़ाई नही की जाती। नेशनल पार्क मे स्थित 10 ग्रामों के लोगों के पुर्नवास एवं विस्थापन के प्रयास किए जा रहे हैं। विस्थापितों को बेहतर विकल्प तथा बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वनमंत्री ने बताया कि सुबह कोर एरिया भ्रमण के दौरान उनके द्वारा महुआ संकलन करते लोगों को पत्तों मे आग नही लगानें की समझाईश दी गई।
घटनायें रोकने बनाई जा रही रणनीति
वन मंत्री श्री शाह ने कहा कि भविष्य मे इस तरह की घटनाएं नही हो इसके लिए व्यापक रणनीति तैयार की जा रही है। इसमे एक माह के लिए चौकीदार, नाईट विजन हेतु ड्रोन, एंबुलेंस, ब्लोअर और फायर फ ाईटर की व्यवस्था शामिल है। उन्होने बताया कि विदेशों मे इस तरह की आग से निपटने फायर फाईटर हवाई जहाज का उपयोग किया जाता है, जिसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
आपसी संघर्ष रोकने होगी बाघों की शिफ्टिंग
उन्होने कहा कि नेशनल पार्क मे बाघों की संख्या अधिक होने के कारण उनके बीच आपसी संघर्ष की घटनायें बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए नेशनल पार्क के बाघों को शिफ्ट करने की कार्यवाही की जायेगी। श्री शाह ने बताया कि वन्य जीवों से जन हानि होने पर पीडि़त परिवार को चार लाख रूपये के मुआवजे का प्रावधान किया गया है।

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