स्वास्थ्य कर्मचारियो ने सौंपा ज्ञापन
शहडोल/सोनू खान। जिला चिकित्सालय में हुई बच्चों की मौत मामले में स्वास्थ्य मंत्री से लेकर कमिश्नर कलेक्टर तक की गई जांच में क्लीन चिट दिया गया था। जिसकी विभिन्न जांच समितियों द्वारा स्वास्थ्य मंत्री ने गठित कर जांच कराई गई थी जिसमे जबलपुर मेडिकल कॉलेज एवं रीवा मेडिकल कॉलेज की टीम द्वारा भी जांच प्रतिवेदन में जिला चिकित्सालय शहडोल को दोष मुक्त घोषित किया गया है। कलेक्टर द्वारा भी प्रतिवेदन में जिला चिकित्सालय शहडोल को क्लीन चिट दिया गया। कमिश्नर संभाग शहडोल द्वारा भी शासन को भेजे गए प्रतिवेदन में क्लीन चिट दिया गया साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने भी प्रेस वार्ता में जिला चिकित्सालय शहडोल को दोष मुक्त घोषित किया है। जिसके बाद भी डॉ राजेश पांडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रभार से मुक्त किए जाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। जिले के डॉक्टर एवं कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपकर डॉ राजेश पांडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ना हटाने की मांग की है।
ज्ञापन में उल्लेखित करते हुए बताया गया कि सीएमएचओ डॉक्टर पांडे ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों में प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय द्वारा प्रशस्ति पत्र स्थानीय स्तर पर कलेक्टर एवं बुद्धिजीवियों पत्रकारों द्वारा भी सम्मानित किया गया है। डॉक्टरों एवं कर्मचारियों ने कमिश्नर को प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के नाम ज्ञापन सौंपकर यह मांग की गई है कि डॉ राजेश पांडे को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद से किसी भी स्थिति में ना हटाने की ज्ञापन में मांग की है। ज्ञापन सौंपते समय सिंहपुर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर राजेश मिश्रा, डॉक्टर डीके पराशर, डॉ राजेश तिवारी, डॉ आर के शुक्ला, डॉक्टर आर के वर्मा, राकेश श्रीवास्तव, डीपीएम, मनोज द्विवेदी, सत्येंद्र चक्रवर्ती गोहपारू, धीरेंद्र श्रीवास्तव, रशीद खान, शाहिद अंसारी, लकी गुप्ता, बी ई ई रावेद्र शर्मा, अनुज प्रताप सिंह एवं जिले के डॉक्टर एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।
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