अब डीजल ने भी लगाया शतक, पेट्रोल 110 के पार
सबसे ज्यादा कीमत मानपुर मे, महंगाई से टूट रही जनता की कमर
उमरिया। जिला मुख्यालय मे शनिवार को डीजल ने भी अपना शतक पूरा कर लिया। अब शहर मे साधारण डीजल पूरे 100 रूपये जबकि पेट्रोल 110 रूपये 66 पैसे प्रति लीटर हो गया है। कोरोना की वजह से आर्थिक तौर पर टूट चुके लोगों के लियें पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम भारी मुसीबत का सबब बन गये हैं। हलांकि जिले के कई शहरों मे डीजल पहले ही 100 का आंकड़ा पार कर चुका है। सबसे मंहगा डीजल मानपुर मे 100 रूपये 73 पैसे प्रति लीटर बेंचा जा रहा है। जबकि बिरसिंहपुर पाली मे इसके दाम 100.25 रूपये तथा चंदिया मे 99 रूपये 78 प्रति लीटर हैं। पेट्रोल की कीमतें आसमान छूने से जहां गरीब और मध्यम वर्ग सीधे तौर पर प्रभवित हो रहा है। वहीं डीजल के दामों मे बढ़ोत्तरी से माल भाड़ा बढऩा तय है, जिससे सभी चीजें अपने आप मंहगी हो जायेंगी। जानकारों का मानना है कि परिवहन, खाद्य वस्तुओं और सब्जियों पर जल्दी ही इसका असर देखने को मिलेगा।
पैसे-पैसे बढ़ा दाम
बीते कुछ वर्षो से पेट्रोल और डीजल के दामो मे निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है। कहने को तो यह बढ़ोत्तरी पैसे-पैसे मे की जा रही है परंतु बीते तीन महीनों मे सादा पेट्रोल और डीजल करीब 10 रूपये मंहगा कर दिया है।
प्रदेश मे टेक्स
डीजल -वैट 23 प्रतिशत, 2.5 प्रति लीटर अतिरिक्त शुल्क व, 1 प्रतिशत सेस।
पेट्रोल -वैट 33 प्रतिशत, 4.5 प्रति लीटर अतिरिक्त शुल्क व, 1 प्रतिशत सेस।
इस तरह हुई वृद्धि
पेट्रोल
01 जुलाई -36 पैसे
04 जुलाई -36 पैसे
05 जुलाई -36 पैसे
07 जुलाई -37 पैसे
08 जुलाई -36 पैसे
10 जुलाई -36 पैसे
डीजल
04 जुलाई -19 पैसे
07 जुलाई -17 पैसे
08 जुलाई -05 पैसे
10 जुलाई -28 पैसे
आप पर यह असर
1. पेट्रोल-डीजल के दामो से आवागमन मंहगा हुआ है। पहले पेट्रोल कार से आफिस जाने पर प्रतिमांह 1600 से 1800 खर्च आता था, अब यह खर्च 2700 से 2800 तक पहुंच गया है।
2. मंहगे पेट्रोल-डीजल का असर, पहले माल भाड़े पर फिर आम जरूरत की वस्तुओं पर पड़ता है। ट्रकों का भाड़ा बढ़ते ही खाद्य तेलों से लेकर रोजमर्रा उपयोग मे आने वाली हर चीज मंहगी हो जाती है।
3. डीजल जब 70 रूपये लीटर था, तब खाद्य तेल के दाम 100 रूपये थे। जो अब बढ़ कर 160 रूपये तक पहुंच गया है। भाड़ा बढऩे से फल और सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं।
10 हजार रूपये अतिरिक्त देने पड़ रहे
जिस गाड़ी पर 70 रूपये माल भाड़ा देते थे उस पर अब 105 रूपये तक देना पड़ रहा है। डीजल के दाम बढऩे के बाद ट्रांसपोर्टरों को एक गाड़ी पर 10 हजार रूपये अतिरिक्त देना पड़ रहा है।
400 रूपये बढ़ गया महीने का खर्च
वहीं पेट्रोल की कीमतों ने मोटरसाईकिल पर आवागमन करने वालों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। उनका कहना है कि पहले हफ्ते भर मे उन्हे पेट्रोल पर 400 रूपये खर्च करने पड़ते थे परंतु अब 800 रूपये मे भी काम नहीं चल पा रहा है।