अब खाद के लिये जूझ रहा अन्नदाता
फसलों के लिये जरूरी यूरिया, सुपरफास्फेट समितियों से नदारत
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। क्षेत्र का किसान एक बार फिर खाद की किल्लत से जूझ रहा है। हालत यह है कि बारिश होने के बाद लोगों को तत्काल यूरिया, सुपरफास्फेट आदि की जरूरत है, परंतु सहकारी समितियों मे इनका एक भी दाना मौजूद नहीं है। जिससे किसान मंहगी और गुणवत्तानिहीन उवर्रक बाजार से लेने पर मजबूर हैं। सोमवार को जनपद मुख्यालय स्थित सहकारी दुकान के सामने सैकड़ों लोग घंटों खड़े रहे परंतु उन्हे खाद नहीं मिली। इसे लेकर किसानो मे काफी रोष देखा गया। उनका कहना है कि एक तरफ सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने की बात कहते नहीं थकती दूसरी तरफ ना तो उन्हे बिजली नां ही बीज और खाद समय पर मिल पाती है। फसल उपार्जन मे भी कई प्रकार के नाज नखरे किये जाते हैं। जबकि वही माल जब दलाल किसानो से खरीद कर खरीदी केन्द्रों मे ले जाते हैं तो बिना किसी हीला हवाली के ले लिया जाता है। इस मामले मे विपणन संघ के अधिकारियों ने भी अब हांथ खड़े कर दिये हैं। उन्होने दबी जुबान से स्वीकार किया कि सरकार चाहे कुछ भी कहे पर खाद की किल्लत पूरे मध्यप्रदेश मे बनी हुई है।
अब खाद के लिये जूझ रहा अन्नदाता
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