अब कपड़े से टेक्स निचोडऩे की तैयारी
टेक्सटाईल पर जीएसटी बढ़ाने से व्यापारी खफा, सरकार पर कारोबार तोडऩे का आरोप
उमरिया। केन्द्र सरकार द्वारा टेक्सटाईल पर जीएसटी बढ़ाने से जिले के कपड़ा कारोबारियों मे खासा रोष है। उनका कहना है कि ऑनलाईन बिजनेस को संरक्षण देने, डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों तथा कोरोना के कारण पहले से ही व्यापार आधा रह गया है। ऊपर से अब जीएसटी मे एकदम से की गई बेतहाशा वृद्धि से माल और मंहगा हो जायेगा, जिसका असर बिक्री पर पडऩा तय है। स्थानीय दुकानदारों और व्यापारिक संगठनो का आरोप है कि सरकार एक एजेण्डे के तहत रिटेलरों के खिलाफ इस तरह की नीतियां लागू कर रही है, जिसका खामियाजा आने वाले दिनो मे भुगतना पड़ेगा।
क्या है मामला
व्यापारिक सूत्रों ने बताया है कि हाल ही मे केन्द्र सरकार द्वारा टेक्सटाईल से बनने वाली सामग्री पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ा कर 12 प्रतिशत कर दी गई है। बढ़ी हुई टेक्स जनवरी 2022 से लागू करने की तैयारी है। इससे हर प्रकार के कपड़े और ड्रेसेस आदि 7 प्रतिशत मंहगा हो जायेगा। इसका भार अंतत: उपभोक्ता पर ही पड़ेगा, जो पहले से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
ऑनलाईन व्यापार ने किया कबाड़ा
जानकारों का मानना है कि ऑन लाईन कारोबार ने पहले से खुदरा व्यापार की कमर तोड़ दी है। आज की तारीख मे ये कम्पनियां दवाईयां, जूते, कपड़े, मोबाईल, किराने से लेकर हर चीज उपभोक्ताओं को घर बैठे मुहैया करा रही हैं। इन कम्पनियों को ना तो दुकान का किराया लगता है, ना ही कर्मचारियों का वेतन और बिजली का बिल ही भरना पड़ता है। जबकि रिटेलरों को कई प्रकार के खर्च वहन करने होते हैं। यही कारण है कि ऑनलाईन कम्पनियां बाजार से सस्ता माल देने मे सक्षम हो रही हैं।
गांजा भी कर रहे सप्लाई
ऑनलाईन व्यापार मे जहां खुलेआम टेक्स चोरी और उपभोक्ताओं के सांथ धोखाधड़ी की जा रही है, वहीं अब ये कम्पनियां गांजे और ड्रग्स जैसे प्रतिबंधित माल की सप्लाई भी करने लगी है। हाल ही भिण्ड जिले मे अमेजॉन कम्पनी द्वारा भेजा गया 2 किलो गांजा बरामद होने का मामला सामने आ चुका है। इतने सब पर भी सरकार नहीं चेत रही है।
अनुचित और अन्यायपूर्ण कदम
टेक्सटाईल पर जीएसटी बढ़ाना अनुचित और अन्यायपूर्ण है, इससे मंहगाई और बढ़ेेगी। सरकार द्वारा लिये जा रहे निर्णयों से कारोबार चौपट होता जा रहा है। ऑनलाईन बिजनेस व्यापारियों के लिये अभिशाप बन चुका है। यदि इसे नहीं रोका गया तो आने वाले समय मे दुकाने बंद हो जायेंगी और व्यापारी सड़क पर होंगे। केन्द्र सरकार तत्काल ऑन लाईन बिजनेस पर प्रतिबंध लगाते हुए जीएसटी मे की गई बढ़ोत्तरी वापस ले।
कीर्ति कुमार सोनी
जिलाध्यक्ष कैट, उमरिया
अब कपड़े से टेक्स निचोडऩे की तैयारी
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