अन्नदाता खेती को लाभ का व्यवसाय बनाए:मरावी
शहडोल। मानस भवन में शुक्रवार को जिला स्तरीय किसान सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। किसान महासम्मेलन में वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रसारित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के सम्बोधन को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं विधायक जयसिंह जयसिंहनगर जयसिंह मरावी, नगर पालिका अध्यक्ष एवं कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला कटारे, कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पार्थ जायसवाल, संयुक्त संचालक कृषि जेएस पेन्द्राम, उप संचालक कृषि आरपी झारिया, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण आरके श्रौती, सहायक संचालक मत्स्य संतोष चौधरी सहित बडी संख्या में किसानों ने देखा एवं सुना। किसान सम्मेलन की शुरूआत बलराम भगवान एवं राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम की संक्षिप्त रूप रेखा उप संचालक आरपी झारिया द्वारा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयसिंहनगर विधायक जयसिंह मरावी ने कहा कि हमारे किसान एवं अन्नदाता खेती को लाभ का व्यवसाय बनाएं, उनके लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतिया उनके व्यवसाय को दुगना करने में सहायक होंगी। देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री इस दिशा में सतत प्रयास कर रहे है। आज आयोजित किसान महा-सम्मेलन में किसानो को प्राकृतिक आपदा से हुई फसल क्षति की पूर्ति तथा किसानो को केसीसी वितरण एवं मछुआरो को केसीसी वितरण उनकी सहायता के लिए एक अनुकरणीय पहल है। कार्यक्रम की अध्यक्ष एवं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती उॢमला कटारे ने कहा कि जीवन में दो श्गवान होते है एक ऊपर वाला भगवान एवं दूसरा अन्नदाता किसान, दोनो हमारे जीवन को सफल बनाने के लिए आवश्यक है। जिला स्तरीय कार्यक्रम किसान महा-सम्मेलन में १२ किसानो को केन्द्रीय सहकारी मर्यादित बैंक द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड, २८ मछुआरो को मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड तथा जिले में १४० वनाधिकार पट्टो का वितरण किया गया, जिसमें जिला स्तरीय कार्यक्रम में जनपद पंचायत सोहागपुर के ४० पात्र हितग्राहियों को वनाधिकार पट्टा प्रदान किया गया। इसी प्रकार जनपद स्तरीय कार्यक्रम में ब्यौहारी, जयसिंहनगर, गोहपारू तथा जनपद पंचायत बुढ़ार में २५-२५ प्रत्येक जनपदों में वनाधिकार पट्टा का वितरण किया गया। किसान हितग्राहियों को हितलाभो का वितरण किया गया।
अन्नदाता खेती को लाभ का व्यवसाय बनाए:मरावी
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