अज्ञात वाहन ने मार गिराये दो चीतल
बाघ शावक की मौत के 6 दिन बाद राजमार्ग पर फिर हुआ हादसा
बांधवभूमि न्यूज/तपस गुप्ता।
बिरसिंहपुर पाली। जिले के कटनी-शहडोल हाईवे पर अज्ञात वाहन की टक्कर से दो चीतलों की मौत हो गई। राजमार्ग पर बीते 6 दिनो मे दुर्घटना से वन्य जीवों के मरने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले गत 18 जून को ऋतुवन ढाबा के पास वाहन की ठोकर से एक दुर्लभ बाघ शावक की मृत्यु हुई थी। यह हादसा उसी क्षेत्र से कुछ दूरी पर स्थित जेके काम्पलेक्स के समीप हुआ है। इन घटनाओं से यह ज्ञात होता है कि उक्त क्षेत्र मे वन्य जीवों का मूवमेंट लगातार बना रहता है। जानकारों का मानना है कि जंगली जीवों के विचरण वाले इलाकों से गुजरने वाली सड़कों के चिन्हित स्थानो पर अण्डर ब्रिज, ओवर ब्रिज या स्पीड ब्रेकर होने चाहिये जिससे जंगली जानवर आसानी से आवाजाही कर सकें, परंतु निर्माण एजेन्सी एमपीआरडीसी द्वारा इस बात का ध्यान नहीं रखा गया जिस वजह से आये दिन इस प्रकार की घटनायें हो रही हैं।
कुत्ते खींच कर ले गये शव
बताया जाता है कि सामान्य वन मण्डल उमरिया के घुनघुटी परिक्षेत्र मे बीती रात किसी वाहन द्वारा दो चीतलों को टक्कर मार दी, जिससे उनके परखच्चे उड़ गये। इससे भी ताज्जुब की बात यह है कि जानकारी मिलने के बाद भी वन विभाग का अमला मौके पर नहीं पहुंचा। जिसका नतीजा यह हुआ कि एक चीतल का शव कुत्ते खींच कर ले गये। सुबह होने पर विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन मे शव को जला कर अपनी लापरवाही सबूतों को नष्ट करवा दिया।
की जा रही कार्यवाही
राष्ट्रीय राजमार्ग-43 पर दुर्घटनाओं से हो रही वन्यजीवों की मौत पर हम सभी चिंतित हैं। इसकी जानकारी वन विभाग के प्रमुख सचिव तक पहुंचाई गई है। एमपीआरडीसी के महाप्रबंधक से भी चर्चा जारी है। विभाग के पीसीसीएफ इन दिनो राजधानी मे हैं, उनके लौटते ही वन्यजीवों के सुरक्षा के लिये सभी प्रकार के आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। आगामी 10 दिनो मे कार्यवाही दिखने लगेगी।
मोहित सूद
वन मण्डलाधिकारी
वन मण्डल, उमरिया