हारने वाले ही बनते भविष्य के विजेता
नगर पालिका फुटबॉल क्रांति कप प्रतियोगिता का भव्य समापन
बांधवभूमि, उमरिया
खेलों मे हार जीत मायने नही रखती। हारने वाले को याद रखना चाहिए कि वही भविष्य का विजेता है। सभी खिलाड़ी पूरी मेहनत से अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करें तथा विजेता बने। इस आशय के विचार शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा ने जिला मुख्यालय उमरिया के स्टेडियम ग्राउण्ड मे आयोजित नगर पालिका फुटबाल क्रांति कप प्रतियोगिता के समापन अवसर पर व्यक्त किये। उन्होने कहा कि शांति एवं सद्भाव उमरिया की पहचान है। इसे खेलों की नगरी के रूप मे भी जाना जाता है। हॉकी, बॉलीवाल, फुटबाल, क्रिकेट आदि मे जिले के खिलाडियों ने राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया है। कमिश्नर श्री शर्मा ने जिले मे प्रशासन एवं राजनैतिक प्रतिनिधि के रूप मे मातृ शक्ति के प्रबल होकर उभरने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब यह जिला और तेजी से प्रगति के सोपान तय करेगा। इस अवसर पर एडीजीपी शहडोल जोन डीसी सागर, कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य, पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रश्मि सिंह, सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी, वनमण्डलाधिकारी मोहित सूद, एएएसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया, नगर पालिका उपाध्यक्ष अमृतलाल यादव, त्रिभुवन प्रताप सिंह आदि अतिथियों ने खेल मैदान मे खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया तथा फुटबाल कों किक लगाकर फइनल मैच का शुभारंभ किया।
देश मे बज रहा फुटबॉल क्रांति का डंका: सागर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीजीपी शहडोल संभाग डीसी सागर ने कहा कि शहडोल संभाग की फुटबाल क्रांति का डंका प्रदेश मे ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी बज रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात तक मे संभाग की फु टबाल क्रांति का जिक्र किया है। खेलों से जहां शरीर मजबूत होता है वहीं हम युवा पीढ़ी को नशे एवं अन्य सामाजिक बुराईयों से अलग रख पाने मे सक्षम हो पाते है। आज कल तो खेल आजीविका का साधन भी बन गया है। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा खिलाडियों को सम्मान, राशि तथा नौकरियों मे आरक्षण भी दे रही है। श्री सागर ने युवाओं से अपील की है कि वे अपने मन पसंद खेल से जुड़े तथा जीवन को सार्थक बनायें। इस अवसर पर एडीजी ने विजेता खिलाडियों को पुरस्कार एवं शील्ड का वितरण किया। फाइनल मैच उमरिया के वार्ड 9 एवं 24 के के मध्य खेला गया।
खेलों मे विकास की असीम संभावना: रश्मि सिंह
अपने उद्बोधन मे नपाध्यक्ष श्रीमती रश्मि सिंह ने उपेक्षित पड़े खेलों के प्रति अलख जगाने के लिये संभागीय कमिश्रर के प्रति आभार जताया। उन्होने कहा कि आज के दौर मे खेल सिर्फ मनोरंजन और व्यायाम के साधन तक सीमित नहीं रहे। अब इसमें विकास की असीम संभावनाएं हैं। कई यूरोपीय देशों मे तो फुटबॉल उनकी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बन चुका है। युवा इससे जुड़ कर नसिर्फ कई तरह के लाभ उठा सकते हैं, बल्कि जिले, प्रदेश व देश को गौरव की अनुभूति भी करा सकते हैं। अध्यक्ष श्रीमती सिंह ने विजयी टीम को बधाई देते हुए प्रतियोगिता मे हिस्सा लेने वाले सभी खिलाडिय़ों तथा खेल प्रेमी नागरिकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम मे राजेश शर्मा, मेंहदी हसन, राकेश प्रताप सिंह, एरास खान, वार्ड पार्षद, नारायण दुबे, उपयंत्री देव गुप्ता आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन बॉलीवाल एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष सिंह एवं सुशील मिश्रा ने किया वहीं मैच का आंखो देखा हाल अरूण गुप्ता ने बयां किया।