हरीश रावत समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में

राहुल गांधी के समर्थन में लाल किले के पास निकाल रहे थे मशाल यात्रा 

नई दिल्लीदिल्ली पुलिस ने मंगलवार को मशाल मार्च निकाल रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। कांग्रेसी कार्यकर्त्ता लाल किले के पास ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’ के लिए पहुंचे थे।कांग्रेस के सीनियर लीडर हरीश रावत, पी.चिंदबरम को भी हिरासत में ले लिया गया है। हरीश रावत ने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है। हमने मशालें जलाई, जिन्हें पुलिस ने बुझाने का काम किया। लेकिन हम दिल की मशाल जलाएंगे, हर जुलूम से लड़ेंगे।दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने राहुल की सांसदी खत्म करने के विरोध में मशाल यात्रा निकालने का निर्णय लिया था। जब पार्टी के नेता और कार्यकर्त्ता लाल किले के पास पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें मशाल जुलूस निकालने की परमिशन नहीं दी।
राहुल के मुद्दे पर विपक्ष का संसद में हंगामा
संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा मंगलवार को 11वें दिन भी बिना किसी कामकाज के स्थगित हो गए। सुबह 11 बजे सत्र शुरू होते ही अडाणी और राहुल के मुद्दे पर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया। लोकसभा में कुछ सांसद वेल में आ गए और स्पीकर के सामने कागज फाड़ कर फेंक दिए। कुछ ने काले कपड़े भी दिखाए। इसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया।इधर, सत्र शुरू होने से पहले मंगलवार सुबह दो बैठकें हुईं। पहली- भाजपा संसदीय दल की, दूसरी- कांग्रेस और 16 विपक्षी दलों की। भाजपा सांसदों की बैठक सुबह 10 बजे शुरू हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्‌डा, अमित शाह समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद मौजूद थे।बैठक में नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर प्रधानमंत्री को सम्मानित किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री का भाषण हुआ। PM ने सांसदों से कहा- जैसे-जैसे पार्टी आगे बढ़ेगी, विपक्ष के हमले और तेज होते रहेंगे, इसलिए स्ट्रॉन्ग फाइट के लिए तैयार रहें। कांग्रेस की बैठक में भी शाम 7 बजे लाल किले से टाउन हॉल तक मशाल यात्रा निकालेगी।
महीनेभर क्षेत्र में रहें, सरकार की उपलब्धियां बताएं
अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि PM मोदी ने 15 मई से 15 जून तक सभी सांसदों को अपने क्षेत्र का दौरा करने के लिए कहा है। वे इस दौरान अपने लोकसभा क्षेत्र में साथ ही भाजपा सरकार के 9 साल पूरे होने पर किसी भी माध्यम से प्रचार करने को कहा है। बैठक में 6 अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस को लेकर प्लानिंग हुई। पार्टी 6 अप्रैल से 14 अप्रैल यानी बीआर अंबेडकर की जयंती तक सोशल जस्टिस वीक मनाएगी।
विपक्ष के सांसदों की न खड़गे के ऑफिस में मीटिंग हुई
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ऑफिस में एक बार फिर विपक्ष के सांसदों की सुबह 10.30 बजे बैठक हुई। इसमें सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक से शिवसेना उद्धव गुट और ममता बनर्जी की पार्टी नदारद रही।इससे पहले सुबह खड़गे ने कांग्रेस सांसदों के साथ बैठक की थी। मीटिंग में सभी सांसद काले कपड़ों में आए थे। बैठक में तय हुआ कि पार्टी आज शाम को मशाल यात्रा निकालेगी।
संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा
सत्र शुरू होने के बाद संसद के दोनों सदन हंगामे की वजह से पहले दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया। इसके बाद दोबारा सत्र शुरू हुआ तो विपक्ष ने अडाणी के मुद्दे पर फिर से हंगामा शुरू कर दिया। वे सरकार से अडाणी मामले की जांच के लिए JPC की मांग पर अड़े हुए थे। इधर, भाजपा ने भी मोदी पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस से माफी की मांग की।विपक्षी सांसद ‘सेव डेमोक्रेसी’ के पोस्टर लहराने लगे। कार्रवाई के बीच कुछ सांसदों ने ‘मोदी जी शर्म करो’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद लोकसभा बुधवार 29 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक संसद के मौजूदा बजट सत्र का दूसरा चरण 6 अप्रैल से पहले एक-दो दिन में खत्म हो सकता है।
 राहुल ने पूरे OBC समुदाय का अपमान किया: स्मृति ईरानी
इसके पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी का राजनीतिक मनोविकार फुल फॉर्म में है। वे लंदन में, भारत में, संसद के अंदर और बाहर लगातार झूठ बोल रहे हैं। राहुल गांधी के निशाने पर पीएम मोदी और पीएम मोदी के निशाने पर देश का विकास है।उन्होंने संसद में पीएम मोदी को गाली दी और आरोप लगाया लेकिन अपने बयान को सत्यापित नहीं कर सके। राहुल गांधी को अदालत ने किसी व्यक्ति को गाली नहीं देने के लिए दोषी ठहराया है लेकिन PM मोदी का अपमान करने की कोशिश में उन्होंने पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान किया।यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने दलित या पिछड़े समुदाय के लोगों का अपमान किया है। जब आदिवासी परिवार की महिला राष्ट्रपति बनी तब भी गांधी परिवार के आदेश पर द्रौपदी मुर्मू का अपमान कांग्रेस के नेतृत्व ने किया।
विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है सरकार:संजय राउत
उद्धव गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि हम विपक्ष के साथ रहेंगे। विपक्ष जो भी फैसला करेगा हम उसका पालन करेंगे। संसद की कार्यवाही नहीं हो रही है। जिम्मेदारी सरकार पर है। वह नहीं चाहती कि संसद चले। वे सभी गंभीर मुद्दों पर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं। हालांकि एक दिन पहले सावरकर पर दिए राहुल गांधी के बयान को लेकर उद्धव गुट के सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष के घर पर हुई 18 विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल नहीं हुई थी।
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