हमारे पास लोकतंत्र के संस्कार

पीएम ने लॉन्च किया जी-20 का लोगो-थीम और वेबसाइट
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत के जी-२० प्रेसीडेंसी का लोगो, थीम और वेबसाइट लॉन्च की। इस मौके पर मोदी ने कहा कि १ दिसंबर से भारत जी-२० की अध्यक्षता करेगा। भारत के लिए ये ऐतिहासिक अवसर है। जी-२० का ये लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है, ये एक संदेश है, ये एक भावना है, जो हमारी रगों में है। ये एक संकल्प है जो हमारी सोच में शामिल रहा है। इस लोगो और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है। पीएम ने कहा कि जी-२० ऐसे देशों का समूह है, जो विश्व की ८५ प्रतिशत जीडीपी  का रिप्रजेंटेशन करता है। यह ग्रुप दुनिया के ७५ प्रतिशत व्यापार का रिप्रजेंटेशन करता है और भारत अब इस जी-२० समूह का नेतृत्व करने जा रहा है। इसके लिए मैं देशवासियों को बधाई देता हूं। आजादी के इस अमृतकाल में देश के सामने ये कितना बड़ा अवसर आया है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। भारत १ दिसंबर २०२२ से जी-२० की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। पीएम ने कहा कि आज दुनिया इलाज की जगह आरोग्य की ओर रूख कर रहा है। भारत के आयुर्वेद-योग पर विश्व को भरोसा और उत्साह है। भारत विश्व का समृद्ध और सजीव लोकतंत्र है। हमारे पास लोकतंत्र के संस्कार हैं और मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में गौरवशाली परंपरा भी है।
2013 मे भारत करेगा मेजबानी
भारत अगले वर्ष नई दिल्ली में जी-२० समूह के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। १७वां जी-२० राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों का शिखर सम्मेलन नवंबर २०२२ में इंडोनेशिया में होगा। इसके बाद भारत दिसंबर २०२२ से जी-२० की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। दिसम्बर २०२२ में इसका इनोग्रल उदयपुर में होगा। राजस्थान के तीन शहर इस बार इस समूह की मेजबानी करेंगे। उदयपुर और जोधपुर के साथ जयपुर में भी कॉन्फ्रेंस होंगी।
क्या है जी-20 ग्रुप
यूरोपियन यूनियन मिलकर जी-२० का निर्माण करते है। इसमें २० देशों के अध्यक्षों की वाॢषक बैठक होती है जिसको जी-२० शिखर सम्मेलन के नाम से जाना जाता है। इस सम्मेलन में सभी देशों के मुख्य विषय यानी आतंकवाद, आर्थिक परेशानी, ग्लोबल वॉॄमग, स्वास्थ्य और अन्य जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाती है। पूरे दुनिया में जितना भी आर्थिक उत्पादन होता है उसमें ८० प्रतिशत योगदान इन्हीं जी २० देशों का होता है। जी२० समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *