चौरई घटना का विरोध, राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने ज्ञापन सौंप मांगी सुरक्षा
उमरिया। प्रदेश के चौरई जिला छिंदवाड़ा मे एसडीएम पर हमले और अभद्रता के विरोध मे जिले के सभी राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। इनमे अपर कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार से लेकर राजस्व निरीक्षक और पटवारी तक शामिल हैं। इसे लेकर कल मप्र राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमे चौरई के एसडीएम सीपी पटेल पर प्रदर्शनकारियों द्वारा किये गये हमले, अभद्र व्यवहार एवं कालिख पोतने के घटना की कडी निदा की गई है। ज्ञापन मे कहा गया है कि राज्य मे पदस्थ समस्त राजस्व अधिकारी स्वयं की परवाह किये बिना इन कठिन परिस्थितियों मे पूर्ण निष्ठा, लगन, मेहनत व ईमानदारी के सांथ दिन रात अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारियों पर आये दिन हमले और अपमान जैसी घटनायें हो रही हैं, जिससे उनका मनोबल टूट रहा है। इससे क्षुब्ध हो कर संघ के सदस्य अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाते हुए आरोपियों पर कठोरतम कार्यवाही व समस्त राजस्व अधिकारियों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग करते है।
तहसीलदारों ने भी रोका काम
चौरई मे हुई घटना के विरोध मे राजस्व अधिकारियों ने भी दो दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। मप्र राजस्व अधिकारी संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को इस आशय की सूचना दी है, जिसमे बताया गया है कि बीते 1 सितंबर 2020 को लवलेश मिश्रा नायब तहसीलदार कुसमी पर जानलेवा हमला व 18 सितंबर को चौरई जिला छिंदवाड़ा के एसडीएम के सांथ हुई अभद्रता जैसी घटनायें प्रदेश मे लगातार हो रही हैं। अत: राज्य प्रशासनिक सेवा संघ की हड़ताल का समर्थन करते हुए उक्त घटनाओं के विरोध मे पूर्ण सुरक्षा की मांग करते हुए समस्त तहसीनलदार एवं नायब तहसीलदार दो दिवस के सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं।
प्रभावित होंगे महत्वपूर्ण कार्य
राज्य प्रशासनिक सेवा तथा राजस्व अधिकारियों की हड़ताल से जिले के कई महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित होंगे, जिसमे कानून व्यवस्था से लेकर शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन तथा राजस्व न्यायालयों के प्रकरण शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक हड़ताल के दौरान सीमांकन, नामांतरण और बटनवारा आदि के कार्य भी नहीं हो सकेंगे।