बच्चों की मौत पर अस्पताल प्रबंधन को मंत्री ने दी क्लीनचिट
शहडोल/सोनू खान।
जिला चिकित्सालय में १२ दिन में १८ बच्चों की मौत के बाद शहडोल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभूदयाल चौधरी ने अस्पताल प्रबंधन को क्लीन चिट देते हुए इसे स्वाभावित मौत बताया है। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती गई। जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें से कुछ जन्म के बाद से ही सांस नहीं ले पा रहे थे, तो कुछ के हार्ट में छेद था और कुछ अन्य बीमारी से ग्रसित थे। स्वास्थ्य मंत्री श्री चौधरी ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हमने स्पेशल टीम भेजकर मामले की जांच कराई है। साथ ही भोपाल से भी एक टीम आई है जो जिला चिकित्सालय के साथ ही ग्रामीण अंचलो में भी भ्रमण कर रही है। बच्चों की मौत मामले में यदि कोई लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय में २० बेड का एसएनसीयू वार्ड उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त २० बेड के अतिरिक्त एसएनसीयू वार्ड की स्वीकृति दी गई है, दो एम्बुलेंस बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, ४ अतिरिक्त चिकित्सकों की पदस्थपना की गई है। इसके अलावा अन्य जो व्यवस्थाएं है वह कर रहे हैं। मैदान अमले को निर्देशित किया गया है कि वह घर-घर जाकर पता करें कि कोई बच्चा बीमार तो नहीं है। यदि बीमार है तो प्राथमिक स्तर पर जो इलाज संभव हो सके वह मुहैया कराएं और उसे जल्दी अस्पताल पहुंचाया जाए। जहां बच्चे को गाइडलाइन के अनुसार प्रापर ट्रीटमेंट उपलब्ध कराए जाए। उन्होंने कहा कि मै संख्या पर नहीं जाना चाहता, एक बच्चे की भी मौत होती है तो दर्द होता है। बच्चों की मौत का मामला प्रकाश में आने के बाद सीएमएचओ, कलेक्टर से लगातार संपर्क में हूं। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने कल शहडोल सहित अनूपपुर का भी दौरा किया और स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया, हालांकि शहडोल में जिला चिकित्सालय और बच्चों की मौत के मामले में अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों से चर्चा में बैठकर के बाद उन्होंने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी, हालांकि इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह व प्रवक्ता श्री हुसैन और अन्य लोगों ने दोनों अधिकारियों को हटाने और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी, उस समय श्री चौधरी ने हटाने की बात तो की थी, लेकिन किसी प्रकार की कोई आदेश जारी नहीं किए थे।
जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण
प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज जिला चिकित्सालय शहडोल पहॅुचकर वहॉ के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया तथा भर्ती मरीजो से चिकित्सालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने गहन शिशु चिकित्सा इकाई पहॅुचकर वहॉ पर चिकित्सको से भर्ती शिशुओं के स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा मरीजो को उपलब्ध करायी जाने वाली दवाईयों, वेन्टीलेटर सहित अन्य उपलब्ध सुविधाओ के बारे में भी पूछताछ की। इस मौके पर उन्हें बताया गया कि गहन शिशु चिकित्सा इकाई में चिकित्सको की शिफ्ट वाईज ड्यिूटी लगाई जाती है। वर्तमान में इस इकाई में ३१ बच्चे भर्ती है, जिसमें से बोर्न में १३, आउटसोर्स में ०७ तथा स्टाफ डोर्न में ११ बच्चे शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्री के पहुंचते ही अस्पताल पहुंच गए माननीय
संभाग के सबसे बड़े शासकीय कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय में पिछले १२ दिनों से लगातार हो रही मासूम बच्चों की मौत के बाद मंगलवार देर रात अमरकंटक एक्सप्रेस से प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी मामले का जायजा लेने भोपाल से शहडोल पहुचे। सुबह लगभग साढ़े १० बजे वह जिला अस्पताल का निरीक्षण करने आए। निरीक्षण की इस खानापूर्ति के दौरान स्थानीय सांसद हिमान्द्री सिंह के अलावा जैतपुर, जयसिंहसह नगर व ब्यौहारी विधान सभा क्षेत्र के तीनों भाजपा विधायक मनीषासिंह, जयसिंह मरावी तथा शरद कोल भी तस्वीर खिंचवाने मंत्री जी के साथ अस्पताल में मौजूद रहे।
स्वाभाविक मौत, इलाज मे लापरवाही नहीं: स्वास्थ्य मंत्री
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