अष्टमी पर हुआ मां बिरासिनी का विशेष श्रंगार, पट खुलते गूंजा मातेश्वरी का जयघोष
कलेक्टर ने सपरिवार की पूजा-अर्चना, आज निकलेगा जवारा जुलूस
उमरिया/पाली। जिले के बिरसिंहपुर पाली मे बिराजी माता बिरासिनी का अष्टमी पर स्वर्ण आभूषणों से भव्य श्रंगार किया गया। श्रंगार के बाद सांय करीब साढ़े 5 बजे जैसे ही मंदिर के पट खुले, पूरा परिसर मातेश्वरी के जयकारों से गूंज उठा। इससे पूर्व कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी एवं उनकी धर्मपत्नी प्रीति त्रिपाठी ने महाअष्टमी पर पूजा अर्चना कर मां बिरासिनी को भोग चढ़ाया। इस अवसर पर एसडीएम सिद्धार्थ पटेल, तहसीलदार रमेश परमार तथा मंदिर ट्रस्ट के सदस्य एवं पुजारी आदि उपस्थित थे। अष्टमी पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सिंह समेत जिले भर के वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों तथा दूरदराज से आये श्रद्धालुओं ने माता महाकाली के दरबार मे हाजिरी लगा कर उनकी आराधना की।
सगरा तालाब मे होगा विसर्जन
देश भर मे विख्यात मां बिरासनी मंदिर का ऐतिहासिक जवारा जुलूस आज निकाला जाएगा। दोपहर दो बजे सभी कलश गृह के बाहर निकाले जाएंगे। इस दौरान परंपरा अनुसार मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी माता महाकाली की पूजा अर्चना करेंगे। जिसके उपरांत जवारा जुलूस मंदिर के उत्तरी द्वार से निकल कर प्रकाश चौराहा पहुंचेगा और फिर मुख्य बाजार होते हुए बस स्टैण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग, जनपद पंचायत कार्यालय तथा अस्पताल तिराहा पहुंचकर बाबूलाइन कालोनी मे प्रवेश करेगा। जुलूस से वापस लौटकर पुराने अस्पताल तिराहे से थाना रोड, नगर पंचायत होता हुआ बिरासिनी मंदिर के शक्ति द्वार पहुंचकर सगरा तालाब के लिए रवाना होगा जहां जवारों का विसर्जन किया जाएगा। प्रशासन द्वारा विसर्जन स्थल पर प्रकाश एवं सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए है।
मंत्री सुश्री मीना सिंह ने किया मेले का शुभारंभ
बिरसिंहपुर पाली मे मां बिरासिनी परिसर के समीप प्रतिवर्ष नवरात्र पर लगने वाले मेले का शुभारंभ शासन की जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह द्वारा किया गया। इस मौके पर उन्होने कहा कि पाली मे मेले की परंपरा वर्षो पुरानी है। जहां आकर लोग अपनी जरूरत की वस्तुओं की खरीददारी करते हैं। कार्यक्रम मे नगर पालिका अध्यक्ष शकुंतला प्रधान, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पं. प्रकाश पालीवाल, नपा उपाध्यक्ष, पार्षदगणो के अलावा सरजू अग्रवाल, डॉ. एसके नामदेव, विमल अग्रवाल, संजीव खण्डेलवाल सहित बड़ी संख्या मे गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
ज्वालामुखी मंदिर का जवारा जुलूस आज
उमरार नदी के तट पर स्थित मां भवानी का मंदिर का अति प्राचीन स्थल है। यहां मां के भव्य स्वरूप के दर्शन होते हैं। माना जाता है कि मंदिर स्थल पर सैकड़ों वर्ष पूर्व बियाबान जंगल हुआ करता था जहां मां आदिशक्ति प्रचंड ज्वाला के रूप मे अवतरित हुई थी। इसीलिए इन्हे ज्वालामुखी कहा जाता है। यह ज्वाला लंबे समय तक धधकती रही। पहले यहां छोटी सी मढिय़ा हुआ करती थी कालांतर मे उसे भव्य मंदिर का स्वरूप दिया गया। नवरात्रि मे यहां लगभग 5 हजार कलशों की स्थापना की जाती है। यह मंदिर मां जगदम्बा की कृपा और मनौतियों की पूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। मां ज्वालामुखी मंदिर मे मातेश्वरी पर जल ढारने के बाद भक्तजनों द्वारा आज सुबह से ही जवारा कलशों के विसर्जन का दौर शुरू हो जायेगा जो शाम तक चलेगा।
स्वर्ण आभूषणो से सजी महाकाली
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