स्वर्ण आभूषणों से सजी महाकाली

चैत्र नवरात्र का समापन आज, पाली मे निकलेगा विशाल जवारा जुलूस
बांधवभूमि, तपस गुप्ता
बिरसिंहपुर पाली। विगत 9 दिनो की कठोर उपासना के बाद आज 10 अप्रेल को चैत्र नवरात्र का भव्य समापन होगा। इस मौके पर नगर के मां बिरासिनी दरबार से ऐतिहासिक जवारा जुलूस निकलेगा, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए सगरा तालाब पहुंचेगा। जहां विधि-विधानपूर्वक जवारा कलशों का विसर्जन किया जायेगा। इससे पूर्व शनिवार को नवरात्रि की अष्टमी पर मां आदिशक्ति बिरासिनी के महागौरी स्वरूप का स्वर्ण आभूषणों से श्रृंगार किया गया। श्रृंगार के बाद मां के सुमुख मे वह अलौकिक तेज और कांति झलक ती दिखाई दी। जैसे वे साक्षात सौम्य शक्तिहों। मां के इसी दिव्य स्वरूप के दर्शन हेतु प्रत्येक भक्त की आखें ललायित रहती हैं। अष्टमी को श्रृंगार के बाद पट खुलते ही मंदिर परिसर मे माता रानी का जयघोष प्रतिध्वनित होने लगा। अष्टमी पर कल मां बिरासिनी मंदिन मे दर्शनार्थियों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। इस दौरान हजारों की संख्या मे लोग पाली पहुंचे, जिनके द्वारा परिसर मे मुंडन, कंछेदन, कन्या भोज आदि कार्यक्रम आयोजित किये गये। इनमे अधिकांश लोग बाहर क्षेत्र के थे। श्रद्धालुओं के आने का क्रम देर रात तक चलता रहा।
कलेक्टर करेंगे पूजा-अर्चना
शक्तिपीठ मां बिरासनी मंदिर का विशाल चल जवारा जुलूस आज भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सायं चार बजे निकाला जाएगा। दोपहर तीन बजे सभी कलश गृह के बाहर निकाले जाएंगे। इस दौरान परंपरा अनुसार कलेक्टर एवं मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव माता महाकाली की पूजा अर्चना करेंगे। जवारा जुलूस मंदिर के उत्तरी द्वार से निकल कर प्रकाश चौराहा पहुंचेगा और फिर मुख्य बाजार होते हुए बस स्टैण्ड राष्टï्रीय राजमार्ग, जनपद पंचायत कार्यालय तथा अस्पताल तिराहा पहुंचकर बाबूलाइन कालोनी मे प्रवेश करेगा। जुलूस से वापस लौटकर पुराने अस्पताल तिराहे से थाना रोड, नगर पंचायत होता हुआ बिरासिनी मंदिर के शक्ति द्वार पहुंचकर सगरा तालाब के लिए रवाना होगा जहां जवारों का विसर्जन किया जाएगा। प्रशासन द्वारा विसर्जन स्थल पर प्रकाश एवं सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए है।
दान मे मिले हैं आभूषण
गत दिवस अष्टमी पर माता बिरासिनी को 11 तोले का स्वर्ण मुकुट पहनाया गया। यह मुकुट पाली के प्रतिष्ठित नागरिक ठाकुर ओमकार सिंह द्वारा मां के चरणों मे भेंट किया गया था। मां को पहनाए जाने वाले प्रत्येक आभूषण दान मे प्राप्त हुए है। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा इन आभूषणों को अष्टमी के बाद बैंक के लाकर मे सुरक्षित रखवा दिया जाता है। नवरात्रि मे प्रत्येक वर्ष श्रृद्धालु अपनी मनौतियों के मुताबिक मां को अंखियां, बेंदी, पायल, चूडिय़ां, नथुनी इत्यिादि आभूषण अर्पित करते है। प्रबंध समिति श्रृद्धालुओं को इन आभूषणों की विधिवत रसीद भी देती है।
12 हजार कलश स्थापित
बिरासिनी मंदिर के कलश गृह मे इस वर्ष बैठकी से लेकर अभी तक 12 हजार जवारा एवं ज्योति कलशों की स्थापना की गई है। कलश गृह मे जवारों की हरियाली और ज्योति की जगमगाहट सहज ही मन मोह लेती है।
बहराधाम मे होगा श्रीराम का जन्म
श्रीराम नवमी का पावन पर्व आज रविवार को श्री रघुराज मानस कला मंदिर द्वारा स्थानीय बहराधाम मे धार्मिक श्रद्धा और उल्लास के सांथ मनाया जायेगा। इस दौरान मर्यादा पुरूषोत्तम का जन्म होगा। जिसकी खुशी मे मिठाईयां बांटी जायेंगी। महिला-पुरूष मंगल गायन कर प्रभु का स्वागत सत्कार करेंगी। चैत्र नवरात्र की नवमी पर मां अन्नपूर्णा की विशेष पूजा अर्चना, हवन, भण्डारे आदि का आयोजन किया जायेगा। श्री रघुराज मानस कला मंदिर के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय सिंह ने समस्त जिलेवासियों को पावन पर्व की बधाई देते हुए उनसे बहराधाम मे आयोजित कार्यक्रमो मे पहुंच कर पुण्यलाभ लेने का आग्रह किया है।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *