स्मार्ट सिटी को लगा भ्रष्टाचार का ग्रहण

अधिकारियों और ठेकेदार की मनमानी से बिगड़ रही शहर की तस्वीर
चंदिया/झल्लू तिवारी। पिछले विधानसभा चुनाव के ऐन पहले राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई चंदिया नगर को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा ने लोगों के मन मे एक व्यवस्थित और सुविधा संपन्न शहर का सपना जगाया था, परंतु भ्रष्टाचार का ग्रहण उसे साकार ही नहीं होने दे रहा। तीन वर्ष बीत जाने और पानी की तरह करोड़ों रूपये बहाये जाने के बावजूद शहर स्मार्ट होने की बजाय बदहाली की कगार पर पहुंच गया है। धांधलीबाज अधिकारियों ने ठेकेदारों के सांथ मिल कर जनता के पैसे की किस तरह बर्बादी की है, उसकी कहानी नगर के अधूरे और गुणवत्ताविहीन कार्य स्वयं बयां कर रहे हैं। निर्माण कार्यो की कछुआ चाल देख कर नहीं लगता कि यह पांच सालों मे भी पूरा हो सकेगा। बहरहाल यह उपलब्धि जनता के लिये सुविधा की बजाय सिरदर्द बन कर रह गई है।
रसूखदारों ने घुमवा दी सड़क
उल्लेखनीय है कि चंदिया को स्मार्ट सिटी बनाने के लिये लगभग 230 लाख रूपये आवंटित किये गये थे। यह राशि सड़कों के निर्माण और विस्तार, चिल्ड्रन पार्क, बस स्टेण्ड, तालाबों का सौंदर्यीकरण, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने जैसे कार्यो पर खर्च किये जाने हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि योजना को लागू हुए एक लंबा अर्सा बीत चुका है लेकिन अभी तक कोई निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। बस स्टेण्ड जैसे कई महत्वपूर्ण काम तो शुरू ही नहीं हुए जबकि नगर की मुख्य सड़क को रसूखदारों की सहूलियत से टेढ़ी-मेड़ी और घुमावदार बनाया गया है, जिससे इसकी पूरी खूबसूरती ही खत्म हो गई है। सड़क की खुदाई के दौरान पेयजल सप्लाई के कई पाईप टूट गये थे, जिनसे आज भी पानी बह कर सड़कों पर इक_ा हो रहा है। इस समस्या को देखने वाला कोई नहीं है।
कहां से निकलेगा पानी, पता पहीं
इतने बड़े प्रोजेक्ट का सारा काम बिना किसी योजना के होता दिख रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अटल द्वार से राममंदिर गेट के आगे बक्शी तलैया, फौजी चौराहा के पास नाली का निर्माण आधा-अधूरा है। सबसे बड़ी बात यह कि शहर के निस्तार का पानी कहां से निकल कर कहां जायेगा, इसकी भी कोई प्लानिंग नहीं बनाई गई है। वहीं गढ़ी, राम मंदिर और बिरसा मुण्डा चौक के समीप सड़क का काम अब तक पूरा नहीं किया जा सका है।
टेढ़े-मेढ़े बिजली के पोल
बताया गया है कि स्ट्रीट लाईट के पोल भी बेहद घटिया क्वाल्टिी के हैं। अनके जगह तो टेढ़े-मेढ़े पोल लगाये गये हैं। वहीं इन्हे सड़क के बिल्कुल नजदीक गाड़ दिया गया है, जिससे आये दिन दुर्घटनाओंं की स्थिति निर्मित हो रही है।
इनका कहना है
चंदिया स्मार्ट सिटी का निर्माण करा रहे विभाग एमपीयूडीसी के कार्यपालन अभियंता से इस संबंध मे जानकारी लेने का प्रयास किया गया परंतु उन्होने मोबाईल नहीं उठाया।

 

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