चार साल में 712 जजमेंट सुनाए, 48 घंटे के अंदर लिख देते थे फैसला
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चौथे सबसे सीनियर जस्टिस एम आर शाह सोमवार को रिटायर हो गए। शाह सुप्रीम कोर्ट में सबसे ज्यादा फैसले देने वाले जजों में शुमार हैं। करीब चार साल में उन्होंने 712 जजमेंट सुनाए। वो हाल ही में उस संविधान पीठ में भी शामिल थे, जिसने शिवसेना विवाद और दिल्ली सरकार बनाम एलजी मामलों का फैसला सुनाया था।जस्टिस शाह सोमवार को परंपरा के मुताबिक, सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ के साथ बेंच में बैठे थे। सिटिंग जज के रूप में अपना अंतिम भाषण देते हुए शाह ने कहा, मुझे नहीं पता कि मैं इसके लायक हूं या नहीं, लेकिन मैं इसे एक विदाई गिफ्ट के रूप में स्वीकार करता हूं।सेरेमोनियल बेंच में एजी वेंकटरमनी, एसजी मेहता, सीनियर एडवोकेट प्रदीप कुमार राय, एएसजी एसवी राजू और एएसजी एन वेंकटरमन सहित बार के विभिन्न सदस्यों ने जस्टिस एमआर शाह के साथ पुरानी यादें शेयर कीं।जस्टिस शाह के रिटायरमेंट पर CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- ‘जस्टिस शाह के साथ बैठना खुशी की बात होती थी। चाहे वह आपराधिक मामले हों या GST पर नया कानून। वह हमेशा नई चुनौती के लिए तैयार थे। अगर मैंने उन्हें निर्णय लिखने के लिए भेजा, तो यह 48 घंटों में मेरी मेज पर होता था। मैंने उन पर हमेशा भरोसा किया।
स्पीच खत्म करते हुए गाया गाना
जस्टिस एम आर शाह ने अपनी आखिरी स्पीच में अपने सहयोगियों और स्टॉफ को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा- मेरे कार्यकाल के दौरान, अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं। मैंने हमेशा अपने काम को पूजा के रूप में लिया। मैं अपने सहयोगी कर्मचारियों का भी आभारी हूं।जस्टिस शाह कोर्ट रूम में इमोशनल होते हुए बोले, मैं रिटायर होने वाला इंसान नहीं हूं और जीवन में एक नई पारी की शुरुआत करूंगा। बाद में जस्टिस शाह की आंखों में आंसू आ गए और उन्होंने एक्टर राज कपूर की फिल्म का गाना ‘कल खेल में हम हो ना हो, गर्दिश में तारे रहेंगे सदा’ गाया।
जस्टिस एम आर शाह ने अपनी आखिरी स्पीच में अपने सहयोगियों और स्टॉफ को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा- मेरे कार्यकाल के दौरान, अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं। मैंने हमेशा अपने काम को पूजा के रूप में लिया। मैं अपने सहयोगी कर्मचारियों का भी आभारी हूं।जस्टिस शाह कोर्ट रूम में इमोशनल होते हुए बोले, मैं रिटायर होने वाला इंसान नहीं हूं और जीवन में एक नई पारी की शुरुआत करूंगा। बाद में जस्टिस शाह की आंखों में आंसू आ गए और उन्होंने एक्टर राज कपूर की फिल्म का गाना ‘कल खेल में हम हो ना हो, गर्दिश में तारे रहेंगे सदा’ गाया।
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