सिंधी समाज मे मनाई भगवान झूलेलाल जयंती, आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
बांधवभूमि, उमरिया
वरूण देवता के अवतार भगवान झूलेलाल की जयंती जिले भर मे धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर जिला मुख्यालय मे प्रात: 5 बजे प्रभातफेरी निकाली गई। दोपहर 12 बजे पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा स्थानीय कृष्णा गार्डन मे वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे महामण्डलेश्वर संत श्री भगतगिरी बच्चू महाराज जी, पूर्व सांसद ज्ञान सिंह, कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा, पूर्व विधायक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष राजेश शर्मा, वरिष्ठ नेता ठाकुरदास सचदेव, त्रिभुवन प्रताप सिंह, धनुषधारी सिंह, एडवोकेट दिवाकर सिंह, ताराचंद राजपूत, माधवदास हेमनानी समेत बड़ी संख्या मे समाज के महिला-पुरूष, युवा, बच्चे तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम मे सर्वप्रथम समाज के अध्यक्ष शंभूलाल खट्टर ने संतो, महात्माओं तथा अतिथियों का शाल-श्रीफल द्वारा सम्मान किया। इस दौरान महान शहीद हेमू कालानी की जयंती भी मनाई गई।
अतिथियों ने दी बधाई
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद ज्ञान सिंह ने कहा कि भगवान झूलेलाल ने मानवजाति को प्रेम, सद्भाव और शांति का संदेेश दिया। हम सभी को उनके बताये हुए मार्ग पर चलना चाहिये। कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी ने कहा कि समाज को संदेश देने के लिये संत, महात्मा और ईश्वर प्रथ्वी पर अवतरित होते हैं। ऐसे आयोजनो का उद्देश्य उन्हे याद करना है। पूर्व विधायक अजय सिंह ने कहा कि संतों के बताये हुए रास्ते पर चलने वाले लोग कभी भटकते नहीं हैं। सिंधी समाज ने इसे साबित किया है। इस मौके पर सभी अतिथियों ने सिंधी समाज के नागरिकों और जिलेवासियों को बधाई प्रेषित की। आभार प्रदर्शन पं. राजेश शर्मा तथा मंच का संचालन राकेश सचदेव ने किया।
33 बटुकों का हुआ उपनयन
भगवान झूलेलाल की जयंती पर वैदिक रीति-रिवाज के अनुसार समाज के 33 बटुकों का उपनयन संस्कार किया गया। इस मौके पर महामण्डलेश्वर श्री श्री 108 श्री भगतगिरी बच्चू महाराज ने बालकों को विशेष आशीर्वाद प्रदान किया। भगवान की जयंती पर समाज द्वारा आयोजित विशाल लंगर मे सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। सायंकाल भगवान झूलेलाल जी की विशाल शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम मे भोपाल से आई मुक्ता और उनके सांथियों ने संगीत की शानदार प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर भगवान दास छतवानी, अमर खियानी, रमेश विशनदासानी, विनोद आहूजा, दयाल दास सचदेव, दयाल दास वाधवानी, द्वारिका सचदेव, विजय छतवानी, रवि सचदेव, कामेश खट्टर सहित बड़ी संख्या मे नागरिक मौजूद थे।
समाज को संदेश देने अवतरित होते हैं महापुरूष
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