प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देश के नाम संबोधन, दीपावली तक मुफ्त राशन
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोपनरोना संकट को लेकर देश को संबोधित करते हुए कहा कि आज भी देश इससे लड़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने पिछले दिनों कोरोना की दूसरी लहर का पीक देखा, जिसमें हमने बड़ी संख्या में लोगों को खोया है। तेजी से मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ी थी, जिसकी अपूर्ति के लिए सेना तक को लगाया गया। विदेशों से भी ऑक्सीजन की सप्लाई की गई। इसके अलावा जरूरी दवाओं के उत्पादन से लेकर विदेश से लाने तक में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन से लड़ाई में सबसे कारगर हथियार कोविड प्रोटोकॉल है। मास्क और दो गज की दूरी ही सबसे अच्छा उपाय है। पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन इस संक्रमण से जंग के लिए एक सुरक्षा चक्र है, लेकिन यह भी समझना होगा कि दुनिया में वैक्सीन की सप्लाई कम है। ऐसे बहुत कम देश और कंपनियां हैं, जहां दवाएं बन रही हैं। पीएम मोदी ने पोलियो और चेचक का उदाहरण देते हुए कहा कि एक समय में हमें महामारियों से निपटने के लिए टीकों का दशकों तक इंतजार करना पड़ता था। पीएम मोदी ने कहा कि यदि आज हमारे देश में वैक्सीन न बन रही होती तो समझिए क्या होता। पीएम मोदी ने कहा कि जिस रफ्तार से देश में पहले टीकाकरण चल रहा था, उस स्पीड से तो कंप्लीट टीकाकरण के लिए ४० साल लग जाते। मोदी ने कहा कि पिछले साल जब लॉकडाउन लगाना पड़ा तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत ८० करोड़ देशवासियों को ८ महीने तक मुफ्त राशन दिया गया। दूसरी वेव के कारण मई और जून के लिए भी ये योजना बढ़ाई गई। अब सरकार ने फैसला लिया है कि इस योजना को दीपावली तक आगे बढ़ाया जाएगा। नवंबर तक ८० करोड़ गरीबों को तय मात्रा में मुफ्त अनाज दिया जाएगा। मकसद यही है कि मेरे किसी भी गरीब भाई-बहन को, उसके परिवार को भूखा नहीं सोना पड़े।
मिशन इंद्रधनुष किया लॉन्च
पीएम मोदी ने कहा कि हम जब सत्ता में आए तो टीकाकरण की स्पीड बहुत कम थी, लेकिन हमने शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष लॉन्च किया। हम १०० फीसदी टीकाकरण की ओर बढ़ ही रहे थे कि कोरोना के संकट ने हमें घेर लिया। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में आशंका जताई जा रही थी कि कैसे भारत इतनी बड़ी आबादी को बचा पाएगा। लेकिन नीयत साफ होती है तो अच्छे परिणाम आते ही है। तमाम आशंकाओं को दरकिनार करके हमने १ साल के भीतर दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार कर दीं। आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो देश में २३ करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। हमारे यहां कहा जाता है कि विश्वास से ही सिद्धि होती है। हमें पूरा विश्वास था कि हमारे वैज्ञानिक बहुत ही कम समय में वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल कर लेंगे। आत्मनिर्भर भारत के तहत मिशन कोविड सुरक्षा के माध्यम से भी कंपनियों को हजारों करोड़ रूपये मुहैया कराए गए। पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी लहर में बच्चों के शिकार होने की आशंका को लेकर उन्होंने कहा कि २ टीकों पर ट्रायल चल रहा है। यही नहीं पीएम मोदी ने कहा कि एक नेजल वैक्सीन पर भी काम चल रहा है, जिसका नाक में छिड़काव किया जाएगा।
न फैलाएं अफवाह
पीएम मोदी ने कहा कि दो सप्ताह तक हम यह तैयारी कर लेंगे। किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा। अब १८ साल से अधिक आयु वाले लोग भी इसमें जुड़ जाएंगे। सभी देशवासियों के लिए भारत सरकार ही मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। वैक्सीन को लेकर भ्रम पैदा करने वालों पर भी पीएम मोदी ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने वैक्सीन को लेकर ऐसी बात कही कि लोग भ्रमित हों और इसे तैयार करने वाले लोगों का हौसला टूट जाए। टीके न लगवाने के लिए कई तरह के तर्क दिए गए, इन्हें भी देश देख रहा है। टीकों पर अफवाह फैलाने वाले लोग भोले-भाले भाई-बहनों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि आप भी वैक्सीन को लेकर जागरूकता बढ़ाने में सहयोग करें।
मोदी ने देश के वैज्ञानिकों का अपमान किया:कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ऐलान कि अब देश भर में लोगों को कोरोना वैक्सीन केंद्र की ओर से लगाई जाएगी। कई राज्य इसकी काफी पहले से मांग कर रहे थे। अब तक केंद्र सिर्फ ४५ साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही वैक्सीन लगवा रहा था। १८ से ४४ साल तक के लोगों के वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी राज्यों के हवाले कर दी गई थी। राज्यों को इसी बात से आपत्ति थी। १ मई से वैक्सीन खरीदने की इजाजत के बावजूद वे टीके नहीं खरीद पाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के नाम संबोधित किया। कोरोना के समय प्रधानमंत्री का देश के नाम ये नौवां संबोधन है। इस दौरान मोदी ने कहा कि देश में पिछले ६० साल में वैक्सीन नहीं बनी। विदेश से मंगवाने में भी दशकों लग जाते थे। मोदी के ऐलान के बाद विपक्ष की भी प्रतिक्रियाएं आने लगीं। इनमें सबसे तल्ख कांग्रेस रही। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आपने देश की आजादी से अब तक वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिकों का अपमान किया है। पीएम को पूरी जानकारी नहीं है। कांग्रेस की सरकार में इससे पहले भी कई बार १९७० में चेचक, २००५ पोलियो और इसी समय कोलेरा पर भी कंट्रोल पा लिया गया था। आपने कहा कि ६० साल तक वैक्सीन नहीं बन पाई थी।