सत्ता मे आते ही कांग्रेस ने बंद की थी जनकल्याणकारी योजनायें

बांधवभूमि, उमरिया
भाजपा का आरोप है कि वर्ष 2018 मे कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जनता से किये वादे नहीं निभाये। सांथ ही प्रदेश मे चल रही जनकल्याणकारी योजनायें भी बंद कर दीं। पार्टी के जिलाध्यक्ष दिलीप पाण्डेय का कहना है कि कांग्रेस सरकार के कारनामे से जनता वाकिफ है। उनकी कथनी करनी का फ र्क भी सब ने समझ लिया है। सरकार बनने से पहले कमलनाथ ने 10 दिन मे 2 लाख किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था। जो सरासर झूठा निकला। किसानो को कर्ज माफी के फर्जी प्रमाण पत्र बांटे गये, परंतु पैसा नहीं जमा हुआ, जिससे वे डिफाल्टर हो गये। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला। इसी तरह कन्यादान योजना मे इक्यावन हजार की घोषणा पूरी नहीं हुई। गेहूं पर बोनस, फसल बीमा, किसान समृद्धि निधि सब सरकार डकार गई। इतना ही नहीं सड़क, सिंचाई और विकास के सारे काम रोक दिए गए। लाडली लक्ष्मी, संबल, प्रधानमंत्री आवास तथा बीमारी सहायता जैसी कई योजनायें ठप्प हो गई। कमलनाथ की सरकार मे भूमाफियाओं का आतंक और भ्रष्टाचार चरम पर था। कांग्रेस मध्यप्रदेश को पुन: बीमारू राज्य बनाने पर आमादा थी। केवल ट्रांसफर, पोस्टिंग का काम चल रहा था। श्री पांडे ने कहा कि कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरे को जनता ने देख लिया है। वह सरकार बनाने के लिये किसी भी हद तक जा सकती है।

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