सत्ता का चौका मारने के बाद पहली बार आ रहे मुख्यमंत्री से जनता को कई उम्मीदें

जिले को चाहिये विकास और रोजगार
उमरिया। मध्यप्रदेश मे सत्ता का चौका जमाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहली बार जिले के भ्रमण पर आ रहे हैं। वर्ष 2018 मे सरकार खोने, 15 महीने की कमलनाथ सरकार को अपदस्थ करने व उनके पुन: मुख्यमंत्री बनने के घटनाक्रम मे विंध्य प्रदेश की अहम भूमिका रही है। विधानसभा चुनावों मे जब भाजपा का प्रदर्शन पूरे मध्यप्रदेश मे निराशाजनक रहा था, विंध्य ने अप्रत्याशित परिणाम देते हुए उसे 30 मे से 24 सीट दिलाई थी। इस क्षेत्र मे कांग्रेस की करारी हार ने ही एक कमजोर सरकार का मार्ग प्रशस्त किया जो आगे जा कर भाजपा के लिये फिर से सरकार बनाने संजीवनी साबित हुई। इससे पहले भी विंध्य का सांथ भाजपा को मिलता रहा है, इसके बावजूद यह इलाका विकास की उस गति को प्राप्त नहीं कर पाया जिसका वह हकदार था। शहडोल संभाग की हालत तो और भी खराब है, जहां रोजगार का मुख्य जरिया रहीं कोयला खदाने धीरे-धीरे बंद होती जा रही हैं। नये उद्योगों की भी कोई उम्मीद दिखाई नहीं देती। विश्व विख्यात बांधवगढ़ नेशनल पार्क होने के बावजूद उमरिया मे ट्रेनो का स्टापेज न होने जैसी कई समस्यायें जनता मे निराशा का कारण बनी हुई है। बांधवभूमि ने जिले मे प्रमुख जनप्रतिनिधियों, युवा व्यवसाईयों और नागरिकों से इस संबंध मे बात कर यह जानने का प्रयास किया कि उनकी मुख्यमंत्री के इस दौरे से क्या और कितनी उम्मीदें हैं।
तत्काल मिले वन्यजीवों से हो रही नुकसानी का मुआवजा


नेशनल पार्क के सटे गावों मे हांथी तथा अन्य वन्य जीवों द्वारा किसानो की फसलों को पहुंचाई जा रही भारी क्षति के मुआवजे का उचित व तत्काल भुगतान नहीं हो रहा है। वन विभाग की अनुमति नहीं मिलने एवं बिजली की लाईने पुरानी व जर्जर होने से पूरे मानपुर क्षेत्र मे विद्युत व्यवस्था चौपट है। वनाधिकार कानून मे पेचीदगियां होने से लोगों को पट्टे नहीं मिल पा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने विगत विधानसभा चुनाव के दौरान कोयला खदान के कारण घुलघुली का विस्थापना न करने का आश्वासन दिया था, परंतु यह कार्यवाही जारी है। ग्राम डगडौआ के ही कई किसानो की जमीने कोलमाईन्स द्वारा अधिग्रहीत करने के बाद भी आज तक उन्हे मुआवजा व नौकरी नहीं मिली है। इन सभी मुद्दों पर ठोस कार्यवाही अत्यंत आवश्यक है।
अजय सिंह
महामंत्री, मप्र कांग्रेस कमेटी

शिक्षा और स्वास्थ की हो व्यवस्था

जिले मे स्वास्थ्य और शिक्षा की बेहतर व्यवस्था जरूरी है। जिला मुख्यालय मे ना तो विशेषज्ञ डाक्टर न होने से आये दिन मरीजों की मौत हो रही है। अस्पतालों मे अन्य चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ नहीं के बराबर है। कॉलेजों मे पर्याप्त शिक्षक नहीं है। प्रदेश मे मुख्यमंत्री से मांग है कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाय ताकि जनता को इसका फायदा मिल सके।
रतन खण्डेलवाल
अध्यक्ष
उमरिया चेम्बर आफ कामर्स

चालू हों बंद पड़ी ट्रेने

कोरोना के बाद से शहडोल संभाग से गुजरने वाली लगभग सभी ट्रेने अब तक बंद पड़ी हैं। जिसकी वजह से आम लोगों को टेक्सियों और अन्य साधनो से यात्रा करनी पड़ रही है। इससे उन्हे भारी आर्थिक क्षति हो रही है। वहीं ट्रेनो पर आश्रित हजारों लोग बेरोजगार हो गये हैं। मुख्यमंत्री मंत्री जी को रेल मंत्रालय व केन्द्र सरकार से चर्चा करके बिलासपुर-कटनी मार्ग की सभी ट्रेने चालू कराने के सांथ उमरिया मे उनके स्टापेज की ठोस पहल करनी चाहिये।
टोनी चौरसिया
युवा व्यवसायी, उमरिया

लगाये जांय नये उद्योग

मप्र मे भाजपा सरकार बनने के बाद जिले मे अमूलचूल परिवर्तन हुआ है। इसके बाद भी यहां विकास की असीम संभावनायें हैं। जिले मे प्रचुर मात्रा मे उपलब्ध कोयला, खनिज, दुर्लभ वनोपज तथा अनाज का उत्पादन होता है। इन पर आधारित उद्योग स्थापित करने से विकास को और भी गति मिलेगी।
दिनेश त्रिपाठी
वरिष्ठ अधिवक्ता, उमरिया

यह है कार्यक्रम
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज आज 24 नवंबर को भोपाल से रवाना हो कर दोपहर 3 बजे उमरिया हवाई पट्टी पहुंचेंगे। जहां से उनका काफिला बांधवगढ़ के लिये रवाना होगा। बांधवगढ़ मे मुख्यमंत्री वन विभाग की समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री का रात्रि विश्राम ताला मे होगा। दूसरे दिन 25 नवंबर को मुख्यमंत्री श्री चौहान करकेली जनपद के ग्राम डगडौआ मे आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम मे शिरकत करेंगे। इसी दिन वे जबलपुर के लिये प्रस्थान करेंगे।

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