शान से निकला मां बिरासिनी का जवारा जुलूस

कलेक्टर डॉ. केडी तिवारी द्वारा सपत्नीक पूजा-अर्चना कर किया शुभारंभ
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के बिरसिंहपुर पाली स्थित मां बिरासिनी मंदिर का चल जवारा जुलूस इस बार भी अपने ख्याति के अनुरूप विशाल और ऐतिहासिक रहा। कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी, उनकी धर्मपत्नी प्रीति त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा द्वारा मंदिर प्रांगण मे मां काली की विधि विधान से पूजा-अर्चना के उपरांत सायं चार बजे जुलूस भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंदिर के उत्तरी द्वार से निकल कर प्रकाश चौराहा, सांई मंदिर होते हुए विसर्जन स्थल सगरा तालाब पहुंचा। जहां जवारों का विसर्जन किया गया। लगभग 14 हजार जवारा कलशों का जुलूस जैसे ही मुख्य मार्ग पर पहुंचा तो वहां विहंगम दृश्य उत्पन्न हो गया। ऐसा लग रहा था मानो किसी ने मीलों लंबी हरे चारे की चादर बिछा दी हो। इस आयोजन मे जन जातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष शंकुतला प्रधान, पूर्व नपाध्यक्ष पं. प्रकाश पालीवाल, दिलीप पाण्डेय, सरजू अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
श्रद्धालुओं से पटीं छत और सडकें
प्रशासन द्वारा जुलूस तथा विसर्जन स्थल पर प्रकाश एवं सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए थे। अपने तरीके के अनूठे तथा देश भर मे विख्यात इस जुलूस मे न सिर्फ जिले बल्कि अन्य प्रांतों से आये हजारों श्रद्घालु शामिल हुए। इस दौरान सड़कों से लगे मकानो की छतों से लेकर सड़कों तक पैर रखने तक जगह नहीं बची थी।
असीमित भक्ति और विश्वास
आगे-आगे नृत्य करती हुई कालिका और हांथ मे गर्म-गर्म खप्पर लिये पण्डा तो उनके पीछे कील की खडाऊ पहनकर भावावेश मे नाचते भक्त, मां के प्रति प्रेम और आस्था का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे थे। माना जाता है कि मां के भक्ति प्रताप से न तो पंडे को खप्पर की तपन का अहसास होता है और न ही बाना छिदवाने वाले भक्तों को चुभन और पीड़ा का। अपने भक्तों पर ममता और कृपा बरसाने के कारण ही मां बिरासिनी का यह मंदिर देश भर मे प्रसिद्घ है। तभी तो लोग सैकड़ों मील दूर से मनौतियां लेकर मां के श्रीचरणों मे आते है। नवरात्र के दौरान अपना विशेष योगदान देने वाली संस्था मां बिरासनी सेवा समिति की झाकियां भी जुलूस मे शामिल हुई।
महाकाली की अगुवाई मे निकला जवारा जुलूस
जिला मुख्यालय मे श्रद्धाभाव से हुआ चैत्र नवरात्रि का समापन
उमरिया। जिला मुख्यालय मे जवारा विसर्जन के सांथ ही पिछले नौ दिनो से चल रहा चैत्र नवरात्रि महापर्व शांति, सद्भाव और उल्लास के सांथ संपन्न हो गया। इस मौके पर दोपहर के बाद चारों ओर से जवारा जुलूस निकाले गये। आगे-आगे नृत्य करती माता महाकाली, उनके सांथ हाथों मे खप्पर लिये कदमताल करता पण्डा और बैण्ड की धुन पर भावावेश मे झूमते श्रद्धालुजन तथा उनके पीछे-पीछे हरे-हरे जवारा कलशों का जूलूस विसर्जन के लिये निकल पड़ा। शाम होते-होते पूरा नगर भक्ति भाव से सराबोर हो गया। जवारा जूलूस का स्वागत करने के लिये जगह-जगह पण्डाल लगाये थे, जहां विभिन्न संस्थाओं द्वारा श्रद्धालुओं के लिये पानी, प्रसाद आदि की व्यवस्था की गई थी।
बहराधाम मे दी हाजिरी
नगर के लालपुर, नैगमा टोला तथा पुराना पड़ाव आदि कई क्षेत्रों से निकले जवारा जुलूस पूर्व की भांति इस बार भी प्रसिद्ध बहरा धाम पहुंचे तथा माता अन्नपूर्णा के दरबार मे हाजिरी लगाने के बाद विसर्जन स्थल की ओर रवाना हुए। जहां पर श्री रघुराज मानस कला मंदिर के अध्यक्ष, पूर्व विधायक अजय सिंह एवं संस्था के पदाधिकारियों ने महाकाली की पूजा-अर्चना कर जुलूस का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। इस मौके पर हजारों की तादाद मे नागरिक उपस्थित थे।

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