विभाग के पास नहीं हैं ट्रांसफार्मर
बिजली महकमे ने खड़े किये हांथ, व्यवस्था से हलाकान आम जनजीवन
उमरिया। जिले मे ट्रांसफार्मरों की समस्या गंभीर होती जा रही है। अब तो विभाग के अधिकारियों ने भी खुलआम यह कहना शुरू कर दिया है कि उनके पास इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। आलम यह है कि जिले मे महीनो से सैकड़ों की संख्या मे ट्रांसफार्मर जले हुए हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण सामग्री की आपूर्ति नहीं होना है। सूत्रों का कहना है कि क्षेत्रीय भंडार से आरजू मिन्नत करने के बाद हफ्ते मे दो-तीन ट्रांसफार्मर मिलते हैं, परंतु तब तक उससे ज्यादा जल जाते हैं। क्षेत्र मे बिजली की समस्या को लेकर लगातार बढ़ते असंतोष को देखते हुए विगत दिनो कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने अमले को वरीयता के आधार पर कार्यवाही का निर्देश दिया गया था। जिसके बाद एक सूची जारी हुई थी, इसके मुताबिक अभी अगस्त महीने तक जले ट्रांसफार्मर बदले जा रहे हैं। इसी से अंदाज लगाया जा सकता है कि हालात कितने बदतर है। जानकारों का मानना है कि जिले को तत्काल कम से कम 200 ट्रांसफार्मरों की आवश्यकता है, परंतु वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह असंभव प्रतीत होता है।
रैगांव चुनाव ने बढ़ाई समस्या
ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति पर राज्य मे हो रहे उप चुनावों ने अड़ंगा लगा दिया है। महकमे के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सतना जिले के रैगांव मे भी ट्रांसफार्मर को लेकर लोगों मे खासी नाराजगी है। यह बात सामने आने के बाद सारे ट्रांसफार्मर वहीं भेजे जा रहे हैं। अनुमान है कि अब वोटिंग के बाद ही जिले को उसके हिस्से की सामग्री मिलना शुरू होगी।
भुगतान न करने का नतीजा
बताया जाता है कि जिले के कई गावों मे बिलों का भुगतान न किये जाने के कारण ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं। गौरतलब है कि शासन के साफ-साफ निर्देश हैं कि जहां के उपभोक्ताओं द्वारा राशि जमा नहीं की गई है, वहां के ट्रांसफार्मर न बदले जांय। हलांकि इस नीति के कारण समय पर देयकों का भुगतान करने वाले लोगों को भी मुसीबत झेलनी पड़ रही है।
लोड तो बढा पर क्षमता नहीं
विद्युत उपकरणो के खराब होने का मुख्य कारण लोड के अनुसार उनकी क्षमता न बढ़ाना तथा गुणवत्ताहीन सामग्री है। जानकारी के अनुसार जिले के लगभग हर गांव मे उपभोक्ताओं की संख्या कई गुना बढ़ चुकी है पर ट्रांसफार्मर तथा अन्य सामग्री पुराने हिसाब की ही है। जिसकी वजह से लाईनो मे बार-बार फाल्ट, लो वोल्टेज तथा बे्रकडाउन की समस्यायें उत्पन्न हो रही हैं।