विजय जुलूस मे भावुक हुईं सुश्री मीना सिंह, कहा-अलग होगा “दीदी” पांचवां कार्यकाल
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मध्यप्रदेश, उमरिया
मानपुर। जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार जीत का परचम लहराने वाली नवनिर्वाचित विधायक सुश्री मीना सिंह का मंगलवार को नगर मे भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर जनता का हुजूम जगह-जगह उनके स्वागत के लिये खड़ा दिखाई दिया। लोग छतों से पुष्प वर्षा कर रहे थे। रास्ते भर आतिशबाजी हुई और मिठाईयां बांटी गई। अपने अभिभावदन से अभिभूत सुश्री सिंह ने इस जीत का श्रेय जनता जनार्दन को दिया। उन्होने कहा कि यह ऐतिहासिक सफलता क्षेत्र के व्यापारियों, किसानो, लाडली बहनो, मजदूरों, युवाओं सहित सभी वर्गो के स्नेह और आशीर्वाद का नतीजा है। जिन्होने सारी अफवाहों और दवाव को दरकिनार करते हुए भाजपा के पक्ष मे मतदान किया। इससे पूर्व मंत्री मीना सिंह ने विख्यात मां ज्वाला मुखी मंदिर पहुंच कर मातेश्वरी की पूजा-अर्चना की। इसके सांथ ही उनका विजय जुलूस रवाना हुआ।
जनता ने कुचले दगाबाजों के मंसूबे
स्थानीय बस स्टेण्ड के समीप आभार प्रदर्शन के दौरान कई बार सुश्री मीना सिंह का दर्द भी छलका। अपने भावुक उद्बोधन मे उन्होने कांग्रेस के सांथ भाजपा के उन लोगों पर भी करारा प्रहार किया, जो लगातार भितरघात मे लगे रहे। विधायक ने कहा कि जिन लोगों को उन्होने 15 साल तक अपनी गाड़ी मे ढोया, मदद की, वे पार्टी का झण्डा लगा कर नकेवल उनका विरोध करते रहे बल्कि अनर्गल अफवाहें भी फैलाते रहे। धन्य है मानपुर क्षेत्र की जनता, जिन्होने 25 हजार से भी ज्यादा वोटों से जिता कर सभी दगाबाजों के मंसूबे जमीन मे कुचल दिये।
पीड़ा को भुलाना आसान नहीं
हमेशा सौम्य और शांत रहने वाली जिले की दिग्गज नेता इस बार अपने अलग ही रूप मे नजर आई। उन्होने कहा कि परिसीमन के बाद वर्ष 2008 से मानपुर की जनता का प्यार उन्हे मिलता रहा है, परंंतु इस बार कुछ अपने ही लोगों ने षडय़ंत्र रच कर गिराने का प्रयास किया। चुनाव मे हर तरह का हथकंडा अपनाया गया। उनके इन कृत्यों से जो पीड़ा पहुंची है, उसे भुलाना आसान नहीं है। सुश्री मीना सिंह ने कहा कि एक कहावत है, जो दूसरों के लिये गड्ढे खोदता है, वही उसमे गिर कर समाप्त हो जाता है। ईश्वर की कृपा से जनता उन्हे न्याय की रक्षा का दायित्व सौंपा है। इसे हर कीमत पर पूरा किया जायेगा।
दलालों और रेत माफियाओं की खैर नहीं
सुश्री मीना सिंह ने कहा कि मतदाताओं की कृपा और कार्यकर्ताओं की मेहनत से वे पाचवीं बार विधायक बनी हैं। लोगों के इस विश्वास हमेशा कायम रखा जायेगा। वे जनता के पैरों मे कांटा भी नहीं चुभने देंगी। उन्होने कहा कि अभी तक जैसा चल रहा था, ठीक था पर दीदी का पांचवां कार्यकाल कुछ अलग होगा। उन्होने अवैध कारोबार मे लिप्त लोगों को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ समय से मानपुर विधानसभा क्षेत्र मे कई दलाल और रेत माफिया पनप गये हैं। जो सरकार की संपत्ति के सांथ गरीबों को लूटने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को किसी भी कीमत मे बक्शा नहीं जायेगा।
बालिकाओं को दुलार, बहनो का आभार
विजय जुलूस मे मंत्री ने कई बालिकाओं को गोद मे उठा कर उनका दुलार किया, वहीं लाड़ली बहनो को गले लगा कर उनका आभार व्यक्त किया। सांथ ही नागरिकों से माला, फूल और नारियल के सांथ बधाई स्वीकार की।
चीतल के शिकार मामले मे दस आरोपी गिरफ्तार
बांधवभूमि न्यूज, तपस गुप्ता
मध्यप्रदेश, उमरिया
बिरसिंहपुर पाली। वन विभाग ने विगत दिनो चीतल का शिकार करने के एक मामले मे 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक मुखबिर की सूचना पर मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त शहडोल एलएल उइके एवं वनमण्डलाधिकारी उमरिया मोहित सूद के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व मे कार्यवाही शुरू की गई। इस दौरान सामान्य वन मण्डल के घुनघुटी परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुशमहाखुर्द निवासी मोले बैगा एवं चोले बैगा पिता दद्दी बैगा को उन्ही के घर मे चीतल का मांस पकाते हुये रंगे हांथ पकड़ा गया। पूंछताछ मे आरोपियों ने बताया कि बीते 2 दिसंबर 2023 को सुबह लगभग 8 बजे प्रदीप पिता नरेश बैगा निवासी शाहपुर ने रमजान बैगा, सोहन बैगा, राजकुमार बैगा, रामचरण बैगा, राकेश बैगा, कल्लू बैगा, कंधी बैगा ने उनके सांथ मिल कर चीतल के शिकार की योजना बनाई थी। जिसके उपरांत खोलखम्हरा बीट मे चीतल को घेरा गया। जिसका शिकार प्रदीप बैगा ने बन्दूक से किया। आरोपियों की निशानदेही पर 12 बोर की बंदूक, नली, चीतल के पैर चार नग, घुटने के नीचे का भाग खुर सहित, चमड़ा, 2 नग कुल्हाडी तथा चीतल का पका मांस आदि सामग्री जब्त की गई। विभाग द्वारा आरोपियों के विरुद्ध वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। सभी आरोपियों को न्यायालय मे पेश कर रिमाण्ड पर लिया गया। मामले की जांच जारी है। इस कार्यवाही मे उप वनमण्डलाधिकारी पाली दिगेन्द्र सिंह, वन परिक्षेत्राधिकारी घुनघुटी अर्जुन सिंह बाजवा, वनपाल गंगाराम बैगा, वनरक्षक शिवेन्द्र सिंह परिहार एवं परिक्षेत्र घुनघुटी के स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका थी।