विक्रमसिंघे बने श्रीलंका के राष्ट्रपति

7 दिन बाद नए राष्ट्रपति का चुनाव, सुप्रीम कोर्ट ने महिंदा राजपक्षे के देश छोड़ने पर रोक लगाई

कोलंबो। गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को सात दिन के अंदर नया राष्ट्रपति मिल जाएगा। संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने शुक्रवार को इस बात की घोषणा की। उन्होंने बताया कि गुरुवार को गोटबाया राजपक्षे ने कानूनी तौर पर राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति चुनाव 22 जुलाई को होगा।इस बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कार्यकारी राष्ट्रपति के तौर पर पद संभाल लिया है। श्रीलंका के चीफ जस्टिस जयंत जयसूर्या ने उन्हें शपथ दिलाई। वे 22 जुलाई तक राष्ट्रपति रहेंगे। अभयवर्धने ने बताया कि अब संसद की बैठक शनिवार को होगी। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे सांसदों के लिए शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखें, ताकि वे राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया में भाग ले सकें।इधर, श्रीलंका की शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को पूर्व PM महिंदा राजपक्षे और पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर बासिल राजपक्षे के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है। ये दोनों 28 जुलाई तक अदालत की अनुमति के बिना देश से बाहर नहीं जा सकते। इनके साथ ही सेंट्रल बैंक के दो पूर्व गवर्नर्स के भी बिना अनुमति देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है।
मालदीव से सिंगापुर पहुंचे गोटबाया
वहीं, श्रीलंका से भागकर मालदीव पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अब सिंगापुर पहुंच गए हैं। सऊदी एयरलाइंस का एक विमान गुरुवार शाम उन्हें लेकर सिंगापुर के चांगी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा। उनके साथ पत्नी और दो बॉडीगार्ड भी थे। गोटबाया एयरपोर्ट पर पत्नी संग शॉपिंग करते दिखे। तस्वीर- श्रीलंका के अखबार डेली मिरर ने शेयर की है।
सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर टर्मिनल 3 के एक शोरूम में मौजूद गोटबाया और उनकी पत्नी। ट्विटर पर यह तस्वीर डेली मिरर ने एक पैसेंजर के हवाले से शेयर की है।उधर, सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने कहा, गोटबाया राजपक्षे निजी यात्रा पर आए हैं। उन्होंने न शरण मांगी है, न उन्हें शरण दी गई है। अब गोटबाया के सऊदी अरब जाने की अटकलें हैं।
सेना ने राष्ट्रपति भवन से भीड़ को हटाया
श्रीलंका में गुस्साई भीड़ से निपटने की जिम्मेदारी सेना ने संभाल ली है। सेना ने राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री दफ्तर समेत प्रशासनिक इमारतों से जनता को हटा दिया है। जनता को संसद में घुसने से रोकने के लिए टैंक तैनात किए गए हैं। संसद के प्रवक्ता ने कहा कि गोटबाया ने इस्तीफा दे दिया है। इसलिए आज संसद का सत्र शुरू हो सकता है।
स्पीकर को मिल चुका है राजपक्षे का इस्तीफा
स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने को राजपक्षे का इस्तीफा मिल चुका है। यह इस्तीफा श्रीलंका में सिंगापुर एम्बेसी के माध्यम से मिला। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि उन्होंने स्पीकर को इस्तीफा ई-मेल किया है। वहीं, राजपक्षे के इस्तीफे के बाद कोलंबो में लोग जश्न मनाते और डांस करते नजर आए।
राष्ट्रपति आवास से बाहर निकले प्रदर्शनकारी
कोलंबो में विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। इस बीच संसद भवन की सुरक्षा के लिए टैंकों की तैनाती की गई है। दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास और प्रधानमंत्री आवास खाली कर दिया है। इन दोनों जगहों को सेना ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। उधर, राष्ट्रपति राजपक्षे के भाई और पूर्व मंत्री बासिल राजपक्षे भी अमेरिका भाग गए हैं।
प्रदर्शनों में एक की मौत, 75 जख्मी
राजपक्षे के देश छोड़ने से श्रीलंकाई भड़के हुए हैं। राजधानी कोलंबो की सड़कों पर प्रदर्शनकारी जमकर उत्पात कर रहे हैं। लोगों के उग्र विरोध को देखते हुए सेना ने अपने नागरिकों के सामने हथियार नीचे कर दिए हैं। लोगों को काबू करने के लिए वे सिर्फ आंसू गैस के गोले छोड़ रहे हैं या हल्का बल प्रयोग कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 75 लोग जख्मी हो गए।
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