निलंबित अधिकारियों के खिलाफ बने आरोप पत्र मे सनसनीखेज खुलासे
उमरिया। जिले के दो वरिष्ठ आईएफएस अधिकारियों पर हुई कार्यवाही के बाद अब उन पर लगे आरोपों की विस्तृत जांच शुरू हो गई है। वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला इतना छोटा नहीं है, जितना दूर से दिखाई दे रहा है। लिहाजा वन विभाग के कई छोटे-बड़े अधिकारियों पर गाज गिरना तय है। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा विगत दिनो वन मण्डल उमरिया के पदेन वन सरक्षक आरएस सिकरवार एवं उत्तर वन मण्डल शहडोल के तत्कालीन डीएफओ तथा वर्तमान बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के उप संचालक देवांशु शेखर को निलंबित कर दिया गया था। वनमण्डलाधिकारी श्री सिकरवार इसी महीने की 31 तारीख को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
प्रथम दृष्टतया पाई गई गड़बड़ी
जानकारी के मुताबिक वनमण्डलाधिकारी उमरिया आरएस सिकरवार को जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन उमरिया मे हुई वित्तीय अनियमितताओं तथा अन्य मामलों की शिकायत पर हुई जांच मे प्रथम दृष्टतया दोषी पाये जाने पर निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर देवांशु शेखर को जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन उत्तर वन मंडल शहडोल मे पदस्थापना के दौरान की गई गड़बडिय़ों के कारण सस्पेण्ड किया गया है।
एपीसीसीएफ ने सौंपी रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक एपीसीसीएफ महेन्द्र सिंह धाकड़ ने वन मण्डल उमरिया के वनमण्डलाधिकारी एवं पदेन वन संरक्षक आरएस सिकरवार पर लगे आरोपों की जांच की थी। जिसकी रिपोर्ट उनके द्वारा विभाग के पीसीसीएफ को सौंप दी गई है। रिपोर्ट मे अधिकांश आरोप प्रथम दृष्टतया सही पाये गये है।
खुदाई भी कराई, मुरूम भी बेंची
बताया गया है कि वन मण्डल मे सबसे बड़ी धांधली तालाब खुदवाने के नाम पर की गई है। इसमे वन क्षेत्र मे कई स्थानो पर मशीने लगा कर खुदाई कराई गई। सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने खुदाई के काम का लाखों रूपये भुगतान तो किया ही, इस कार्य मे जो मुरूम निकली, उसे सड़क निर्माण कम्पनियों को बेंच दिया गया। इस फर्जीवाड़े मे करोड़ों रूपये का वारा-न्यारा हुआ है।
दस हजार ट्रक खनिज का परिवहन
विभाग मे हुई धांधली का सबसे बड़ा प्रमाण नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन के पास बनी खाईयां हैं, जो भयंकर तरीके से किये गये खनन से बनी हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि वनभूमि मे महीनो तक खुदाई की गई है। इस दौरान करीब 10 हजार ट्रक मुरूम का उत्खनन और परिवहन किया गया है। इस फर्जीवाड़े मे विभाग के बड़े अधिकारियों के अलावा नौरोजाबाद परिक्षेत्र के कई अफसर और कर्मचारी भी शामिल हैं। देखना यह है कि अपने तरीके के इस घोटाले का अंजाम क्या होता है।
वनभूमि खोद कर बेंच दी करोड़ों की मुरूम
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