लोक संस्कृति की महक से सराबोर होगा शहडोल संभाग
शहडोल/सोनू खान। लोक संस्कृति और लोक कलाओं के संरक्षण और संवर्धन विलुप्त होती लोक संस्कृति और लोक कलाओं के संरक्षण के लिए कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा की पहल पर शहडोल संभाग के सभी जिलों में आगामी नवंबर माह में लोक संस्कृति, आदिवासी संस्कृति तथा विलुप्त होती लोक गायन शैली पर केंद्रित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में पारंपरिक लोकगीतों लोक नृत्य काष्ठ कलाओं, गोंड़ी एवं बैगा चित्रकला, बैगा चित्रकला, आधुनिक चित्रकला के कलाकारों को मंच दिया जाएगा। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा की अध्यक्षता में आज कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने के लिए बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए कमिश्नर ने कहा कि यह कार्यक्रम लोक सांस्कृति पर आधारित होगा। जिसका उद्देश्य लोक संस्कृति एवं लोक कलाकारों का संरक्षण है। उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति पर आधारित इस कार्यक्रम के माध्यम से नए कलाकारों को मंच उपलब्ध कराना है तथा लोक कलाओं का संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित कराना है। उन्होंने कहा कि भाषा, वेसभूसा, भोजन, भाव और भजन का संरक्षण एवं संवर्धन इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। कमिश्नर ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत शहडोल संभाग के सभी जिलों में लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसमें लोकगीतों लोकनृत्य का काष्ठ शिल्प, हस्तशिल्प लोक गायन की शैलियों पारंपरिक चित्रकला आधुनिक चित्रकला के कलाकारों को मंच प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रसिद्ध चित्रकार सैयद रजा हैदर की चित्रकलाओं की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। बैठक में कमिश्नर ने शहडोल संभाग के तीनों जिलों में कार्यक्रमों के आयोजन के विस्तृत रूपरेखा पर भी चर्चा की। बैठक में शहडोल एवं जबलपुर संभाग के चित्रकार सामाजिक कार्यकर्ता लोक कलाकार एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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