राजीनामा के आधार पर हुआ निपटारा, 8332389 रूपये के अवार्ड पारित
बांधवभूमि, उमरिया
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सनत कुमार कश्यप के निर्देशन पर जिले मे नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। प्रकरणों के निराकरण हेतु कुल 9 खण्डपीठों का गठन किया गया था जिनमे 6 जिला न्यायालय, 2 खण्डपीठ तहसील न्यायालय पाली तथा 1 तहसील न्यायालय मानपुर शामिल है। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री कश्यप द्वारा मां सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी, जिला न्यायालय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष पुष्पराज सिंह, विशेष न्यायाधीश श्री विवेक सिंह रघुवंशी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संगीता पटेल, मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट आरपी अहिरवार, न्यायिक दण्डाधिकारी धर्मेन्द्र खण्डायत, सुश्री खालिदा तनवीर, राजन गुप्ता, अमृता मिश्रा, जिला विधिक सहायता अधिकारी बीडी दीक्षित, जिला अभियोजन अधिकारी अर्चना रानी मरावी, न्यायालय व जिविसेप्रा के कर्मचारीगण, अधिवक्ता एवं पक्षकार उपस्थित थे।
बचता है समय और पैसा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सनत कुमार कश्यप ने कहा कि नेशनल लोक अदालत के जरिये प्रकरणों के निपटने से जहां एक ओर पक्षकारों का समय बचता है, वहीं दूसरी ओर उनके पैसे की भी बचत होती है। यहां किसी की हार एवं जीत नही होती। बल्कि आपसी मन मुटाव को भूलकर कई परिवार संवर जाते है।
इन प्रकरणो का हुआ निपटारा
नेशनल लोक अदालत मे कुल लंबित 1656 प्रकरण रखे गये, जिनमे से 276 का निराकरण हुआ और 83 लाख 32 हजार 389 रूपये का अवार्ड पारित किया गया। इस दौरान मोटर दुर्घटना दावा के 16, धारा 138 के 12, बैक रिकेवरी के 42, बिजली बकाया वसूली के 181, नगर पालिका जल कर के 62, आपराधिक 192 तथा वैवाहिक प्रकृति के 2 मामले निराकृत किये गये।
लोक अदालत मे 276 प्रकरण निराकृत
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