15 साल से चल रहे जमीन विवाद में मारी गोली; गांव में तनाव
रीवा। जिले के सोहागी में एक भाजपा नेता की हत्या कर दी गई। पहले आरोपियों ने उन्हें गोली मारी। जमीन पर गिरते ही धारदार हथियारों से हमला कर दिया। परिजन और आसपास के लोग आए तो आरोपी भाग निकले। भाजपा नेता की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। हत्या की वजह 15 साल से चला आ रहा जमीन का विवाद है। इस विवाद में आरोपी पक्ष के सदस्य की भी जान गई थी। आरोपी भाजपा नेता के परिवार के ही हैं। वारदात महाशिवरात्रि के दिन देर शाम की है। भाजपा नेता मंदिर में पूजा करके आ रहे थे, तभी रास्ते में छिपे आरोपियों ने तमंचे से गोली मार दी गांव में तनाव को देखते हुए एसपी राकेश सिंह मौके पर पहुँच गए। प्राथमिक तौर पर पुलिस ने हत्या की वजह जमीन विवाद बताई है। आरोपियों को पकड़ने के लिए यूपी में भी दबिश दी जा रही है। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र तिवारी पुत्र रामनरेश तिवारी (45) निवासी नौढिय़ा थाना सोहागी वर्तमान में सिवाडीह फरेंदा में अपने परिवार के साथ रह रहा थे। महाशिवरात्रि के दिन शाम साढ़े छह बजे घर से 100 मीटर दूर स्थित मंदिर पर गए थे। दर्शन के बाद लौट रहे थे, तभी आरोपियों ने गोली मार दी। जमीन पर गिरते ही धारदार हथियार से कई वार किए। शोर शराबा सुनकर परिजन व आसपास के लोग पहुंचे जब तक दौड़े तब तक आरोपी भाग निकले। पुलिस के मुताबिक आरोपी परिवार के सदस्य ही हैं, जिनसे जमीन का विवाद चल रहा है। 5 लोगों पर FIR दर्ज की गई है।
चाकघाट अस्पताल में मौत
घायल अवस्था में उसे उपचार के लिए चाकघाट अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। घटना की सूचना सौनौरी चौकी में दी गई, लेकिन मौके से कोई नहीं पहुंचा। इसकेे बाद सोहागी पुलिस को सूचना दी गई।
घायल अवस्था में उसे उपचार के लिए चाकघाट अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। घटना की सूचना सौनौरी चौकी में दी गई, लेकिन मौके से कोई नहीं पहुंचा। इसकेे बाद सोहागी पुलिस को सूचना दी गई।
15 साल पुराना विवाद
आरोपियों का विवाद मृतक के बड़े भाई प्रभाकर तिवारी से था। 15 साल पूर्व जमीन के विवाद में आरोपी पक्ष के एक सदस्य की भी जान गई थी। सुरेंद्र तिवारी भाजपा के न केवल सक्रिय कार्यकर्ता थे अपितु ग्राम केंद्र प्रभारी भी थे।
आरोपियों का विवाद मृतक के बड़े भाई प्रभाकर तिवारी से था। 15 साल पूर्व जमीन के विवाद में आरोपी पक्ष के एक सदस्य की भी जान गई थी। सुरेंद्र तिवारी भाजपा के न केवल सक्रिय कार्यकर्ता थे अपितु ग्राम केंद्र प्रभारी भी थे।
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