रात मे ही हुआ था तार जलने का आभास
संकेत नहीं समझ पाना बना करोड़ों के नुकसान का सबब, दुकान मे भीषण आग की घटना से सहमे नागरिक
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
जिले के चंदिया मे किराना व्यवसायी जीवन लाल अग्रवाल के यहां लगी भीषण आग और उससे हुई नुकसानी से नगर के लोग सहमे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक बुधवार को श्री अग्रवाल कटनी गये हुए थे। आधी रात करीब 2 बजे अज्ञात कारणों से आग सुलगी और देखते ही देखते भयंकर रूप धारण कर लिया। बताया गया है कि दुकान बंद करने के समय शार्ट सर्किट से बिजली की तार जलने की गंध फैली थी, परंतु परिवार के लोग इसका कारण नहीं समझ पाये और वहां लगी एमसीवी गिरा कर सोने चले गये। समझा जाता है कि इसी दौरान हुए स्पार्क की वजह से यह घटना हुई है। बहरहाल मामले की सूचना पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।
पड़ोसियों ने देखीं आग की लपटें
उल्लेखनीय है कि नगर के स्टेशन रोड पर स्थित सेठ जीवनलाल अग्रवाल के किराने और जनरल सामग्री की दुकान मे आग इतनी तेजी से फैली की न तो परिवार को कोई भनक लगी और नां ही आस-पास के लोगों को। जब तक इसकी जानकारी होती, आग दावानल बन चुकी थी। गनीमत से प्रशासन द्वारा दिखाई गई तत्परता के कारण बड़ा हादसा टल गया। बताया गया है कि गुरूवार की सुबह करीब 4.45 बजे पड़ोसियों को कुछ जलने की गंध से बेचैनी महसूस हुई। काफी देर तक यहां-वहां पड़ताल के बाद वे अपनी छत पर चढ़े तो देखा कि श्री अग्रवाल की दुकान के रोशनदान से आग की लपटें निकल रही थीं। अब वे जान चुके थे, कि हालत कितनी गंभीर हो चुकी है।
रवाना हुए 4 फायर बिग्रेड
घटना स्थल के बगल मे रहने वाले युवा समाजसेवी प्रवीण अग्रवाल ने मौके की नजाकत को समझते हुए मोबाईल पर उमरिया मे कांग्रेस नेता त्रिभुवन प्रताप सिंह को मामले की जानकारी दी। जिन्होने तत्काल कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य से आवश्यक कार्यवाही का आग्रह किया। कलेक्टर द्वारा बिना समय गवांये जिले मे उपलब्ध सभी अग्निशमन दलों को मौके के लिये रवाना होने का निर्देश दिया। इसके सांथ ही कांग्रेस नेता त्रिभुवन प्रताप सिंह भी चंदिया पहुंच गये। स्थानीय लोगों ने शासकीय अमले के सांथ आग पर काबू पाने का प्रयास किया। करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद इस पर नियंत्रण कर लिया गया।
तो कंट्रोल से बाहर हो जाते हालात
जिस स्थान पर यह हादसा हुआ वहां कई दुकाने, रिहायशी मकान, लकड़ी के टाल आदि विभिन्न प्रतिष्ठान हैं। सांथ ही नजदीक मे ही एक पेट्रोल पंप भी स्थित है। इतना ही नहीं आग दुकान मालिक के घर के किचन तक पहुंच गई। जहां गैस के तीन सिलेण्डर रखे हुए थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन द्वारा समय पर कदम न उठाया गया होता, तो स्थिति और भी विकट हो जाती और इससे जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था। उन्होने त्वरित कार्यवाही के लिये कलेक्टर के प्रति आभार जताया है।
नहीं बची कोई सामग्री
बताया गया है कि जीवनलाल अग्रवाल किराने और जनरल सामान के थोक विक्रय के सांथ खुदरा कारोबार भी करते हैं। इस वजह से दुकान मे काफी स्टॉक रहता था। आग की वजह से दुकान मे रखी कोई भी सामग्री साबुत नहीं बची। अनुमान है कि इस भीषण हादसे मे करीब एक करोड़ रूपये से अधिक का सामान नष्ट हो गया है। आग इतनी तेज थी कि दुकान की छत और दीवारे पूरी तरह दरक गई हैं।